उत्तर प्रदेश में 2027 में जिनकी सत्ता जाने वाली है, वे सौर ऊर्जा का झूठा वादा कर रहे : अखिलेश यादव
आनन्द खारी
- 11 Apr 2025, 08:04 PM
- Updated: 08:04 PM
लखनऊ, 11 अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को दावा किया कि 2027 में राज्य में जिनकी सत्ता का सूरज अस्त होने वाला है वो सौर ऊर्जा का झूठा वादा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘2027 में जिनकी सत्ता का सूरज अस्त होने वाला है वो उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा का झूठा वादा कर रहे हैं। जुमलाई-भाजपाई की बातों पर अब जनता खुद सवाल कर रही है।’’
यादव ने जनता की तरफ से सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘सूरज क्या आज देखा जो सोलर एनर्जी का ख्याल सत्ता में आठ साल रहने के बाद आया? जो सोलर प्लांट्स सपा सरकार में कन्नौज, उन्नाव, सीतापुर व अन्य जगह बने थे, उनकी देखरेख-उनके रखरखाव की कोई भी व्यवस्था क्यों नहीं की गई? सपा सरकार में बने लेकिन भाजपा सरकार में बंद पड़े सोलर प्लांट्स को चालू करने की क्या योजना बनी है और इसके लिए कितना बजट दिया गया है?’’
सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘क्या राजनीतिक फायदा उठाने के लिए नये सोलर प्लांट्स अपने लोगों को ही नहीं दिये जा रहे? क्या नये सोलर प्लांट्स लगाने के पीछे कमीशन या चंदा वसूली की भाजपाई चाल सक्रिय है? क्या गारंटी है कि इन नये सोलर प्लांट्स की भाजपा सरकार उपेक्षा नहीं करेगी?’’
उन्होंने हाल में एक सरकारी योजनाओं में अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित किये गये भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक अधिकारी के संबंध में सवाल करते हुए कहा, ‘‘क्या भाजपा सरकार ने उस अधिकारी के बारे में पहले से जांच-पड़ताल कर ली है जो अरबों-खरबों की इस महाघोटाला योजना को शुरू करवायेगा लेकिन पांच प्रतिशत एडवांस कमीशन नहीं मांगेगा या ये सब धंधा ऊपरी मिलीभगत से चुपके-चुपके हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सूरज ढलने से पहले… आज ही भाजपा सरकार इसका उत्तर दे।’’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को अपने सरकारी आवास पर एक समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को अवगत कराया कि प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा में बहुत अच्छा कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति 2022 प्रख्यापित की गयी है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में कम लागत की विश्वसनीय सौर ऊर्जा तक आम लोगों की पहुंच को सुनिश्चित किया गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश जैव ऊर्जा नीति 2022 और उत्तर प्रदेश ग्रीन हाइड्रोजन नीति 2024 भी प्रख्यापित की जा चुकी है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने सौर ऊर्जा नीति के तहत 2027 तक सौर ऊर्जा उत्पादन में 22 हजार मेगावाट से अधिक का लक्ष्य निर्धारित किया है।
भाषा आनन्द