पुलिस के समक्ष पेश हुए बाजवा, कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष का किया समर्थन
प्रीति माधव
- 15 Apr 2025, 10:32 PM
- Updated: 10:32 PM
चंडीगढ़, 15 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा अपने खिलाफ दर्ज एक प्राथमिकी के सिलसिले में मंगलवार को पुलिस के समक्ष पेश हुए।
बाजवा के खिलाफ उक्त प्राथमिकी उनके उस बयान को लेकर दर्ज की गई है जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘पंजाब में 50 बम पहुंच गए हैं।’’
कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता बाजवा का समर्थन किया और राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए उनके (बाजवा) खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने को ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ करार दिया।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित राष्ट्रीय नेता राज्य नेतृत्व के साथ नियमित संपर्क में हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित पार्टी के अन्य नेता बाजवा के साथ मोहाली साइबर अपराध पुलिस थाने गए।
पुलिस थाने में केवल बाजवा और उनके वकील को ही जाने की अनुमति दी गई, जबकि नेताओं ने पुलिस थाने के बाहर धरना दिया और ‘आप’ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी बाजवा के खिलाफ मामला दर्ज करने की निंदा की।
बादल ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर ‘आप’ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा को भी झूठे मामलों से धमकाया जा रहा है। विपक्ष के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करके या पुलिस द्वारा उनसे बार-बार पूछताछ करवाकर उनकी आवाज दबाने के प्रयासों की हम निंदा करते हैं।’’
बाजवा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 197(1)(डी) (देश की संप्रभुता और एकता को खतरे में डालने वाली गलत एवं भ्रामक सूचना) तथा 353(2) (दुश्मनी और नफरत या दुर्भावना पैदा करने के इरादे से गलत बयान) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले, कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना की और बाजवा ने कहा कि वह ‘आप’ सरकार द्वारा उनके खिलाफ करवाई जा रही कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं।
सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित वरिष्ठ नेता बाजवा के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए यहां पंजाब कांग्रेस मुख्यालय में एकत्र हुए।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख वडिंग ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ‘‘राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति’’ को लेकर ‘आप’ सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पंजाब में जंगल-राज है। उन्होंने दावा किया कि पंजाब पुलिस एक ‘‘कठपुतली’’ की तरह काम कर रही है और शक्तियों का ‘‘दुरुपयोग’’ कर रही है।
वडिंग ने कहा, ‘‘राज्य में रोजाना लूट और हत्या की घटनाएं हो रही हैं। हथगोले फेंके जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था सुधारने के बजाय मौजूदा हालात पर चिंता जताने वाले विपक्षी पार्टी के नेताओं पर ही कार्रवाई की जा रही है।
वडिंग ने पंजाब पुलिस के प्रमुख, मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और संबंधित थाना प्रभारी सहित अधिकारियों को आगाह किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि वे ‘आप’ के राजनीतिक दबाव में न आएं और अपने दायित्वों का उल्लंघन न करें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन प्रत्येक पदाधिकारियों को नहीं भूलती और यह याद रखती है जिन्होंने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को ‘‘धमकाया और सताया’’ हो।
वडिंग ने कहा कि बाजवा के खिलाफ की गई कार्रवाई से पता चलता है कि मुख्यमंत्री ‘‘काफी अधीर’’ हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जतायी थी और उन्हें (बाजवा) एक अखबार की खबर के जरिए राज्य में बम होने के बारे में जानकारी मिली थी। वडिंग ने कहा कि बाजवा डरने वाले नहीं हैं।
‘आप’ द्वारा बाजवा पर पाकिस्तान से संबंध होने के आरोप लगाये जाने का जवाब देते हुए वडिंग ने कहा कि कांग्रेस नेता के पिता की हत्या कर दी गई थी जबकि वह एक बम हमले में बचे थे।
बाजवा ने मोहाली रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने जो मुद्दा उठाया है वह सभी को चिंतित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘आज हर पंजाबी परेशान है। धमाके हो रहे हैं। फिरौती के लिए फोन आ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि यदि मान को 1992-93 तक पंजाब में जो कुछ भी हुआ, उसका जरा भी अंदाजा होता तो उन्हें इस स्थिति की गंभीरता का एहसास होता।
बाजवा ने कहा कि उन्होंने (मान) अपनी पूरी जिंदगी में गोली चलने की आवाज नहीं सुनी होगी तो उन्हें कैसे पता होगा कि पंजाब में क्या हुआ और पंजाब पर क्या-क्या नये खतरे मंडरा रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि पंजाब में इस समय स्थिति ‘‘बहुत गंभीर और नाजुक’’ है तथा हर पंजाबी इसको लेकर चिंतित है।
बाजवा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वकील नियुक्त करने को लेकर मान द्वारा उन पर किए गए कटाक्ष का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।
बाजवा ने पूछा कि क्या अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे ‘आप’ नेता वकील की मदद लिए बिना ही तिहाड़ जेल से बाहर आ गए थे?
बाजवा ने कहा कि उन्हें प्राथमिकी की एक प्रति अदालत जाने के बाद ही मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि वह मान से नहीं डरते हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैं जिंदा रहा तो आप (मान) जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।’’
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी, जबकि पंजाब में उग्रवाद के दौरान उनपर (बाजवा) बम से हमला किया गया था।
बाजवा ने कहा, ‘‘देश के लिए बलिदान देने का हमारा इतिहास रहा है।’’
पंजाब पुलिस द्वारा उनके (बाजवा) घर पर समन भेजे जाने का जिक्र करते हुए बाजवा ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि उन्होंने मादक पदार्थ के मामलों में बर्खास्त किए गए लोगों और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को एक टेलीविजन चैनल पर साक्षात्कार देने में मदद करने के मामले में दोषी पाए गए लोगों को भी इसी तरह के समन जारी किए हैं।
बाजवा ने मान को याद दिलाया कि वह कोई ‘स्टेज शो’ नहीं कर रहे हैं बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर हैं।
बाजवा के खिलाफ मामला मोहाली के साइबर अपराध पुलिस थाने में दर्ज किया गया है। उन्होंने एक निजी टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार में दावा किया था, ‘‘मुझे पता चला है कि 50 बम पंजाब पहुंच चुके हैं। इनमें से 18 फट चुके हैं और 32 अभी फटने बाकी हैं।’’
पंजाब पुलिस की एक टीम रविवार को बाजवा के आवास पर पहुंची और इस मामले के संबंध में उनसे पूछताछ की।
पुलिस ने बाजवा को जारी किए गए एक समन में उन्हें उनके खिलाफ दर्ज मामले के सिलसिले में सोमवार दोपहर को मोहाली के पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होने के लिए कहा था। हालांकि, बाजवा ने सोमवार को पेश होने में असमर्थता जताते हुए कहा था कि उन्हें समन रविवार देर रात मिला।
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