ओडिशा: अग्निवीर अभ्यर्थियों से वसूली के आरोप में दो नौसेना कर्मियों समेत तीन गिरफ्तार
मनीषा
- 25 Apr 2025, 05:10 PM
- Updated: 05:10 PM
भुवनेश्वर, 25 अप्रैल (भाषा) ओडिशा पुलिस ने नवंबर 2024 में भर्ती के दौरान अग्निवीर अभ्यर्थियों से वसूली के आरोप में खुर्दा जिले में नौसेना के दो कर्मियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सत्यम चाहर, विनय कुमार राय और उत्तर प्रदेश के निवासी सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी भूषण के रुप में हुई है।
उन्होंने बताया कि सत्यम चाहर वर्तमान में आईएनएस केसरी, अंडमान और निकोबार में कार्यरत है तथा विनय कुमार राय वर्तमान में आईएनएस चिलिका में तैनात है।
उन्होंने बताया कि तीनों की गिरफ्तारी आईएनएस चिल्का के प्रशिक्षण पत्राचार अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर अद्वितीय सिंह द्वारा 19 अप्रैल को बालूगांव पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर की गई है। आरोपियों पर धोखाधड़ी और जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया है।
आईएनएस चिल्का ने एक बयान में दावा किया कि भारतीय नौसेना के सक्रिय दृष्टिकोण के चलते, कदाचार से भर्ती के प्रयास विफल हो गए हैं। बयान में कहा गया है, "अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया की नियमित निगरानी के दौरान आईएनएस चिल्का ने संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया, जिसमें एक उम्मीदवार से पैसों की मांग का संकेत मिला था।"
नौसेना ने कहा कि इस संकेत के आधार पर तुरंत कार्रवाई की गई और नौसेना की निगरानी टीम ने एक संदिग्ध की पहचान कर ओडिशा के बालूगांव पुलिस थाने के अधिकारियों को सूचना दी। बयान के अनुसार, "इस सूचना के आधार पर, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। भारतीय नौसेना जांच में पुलिस को पूरा सहयोग दे रही है।"
खुर्दा पुलिस अधीक्षक सागरिका नाथ जो इस मामले की निगरानी कर रही हैं, ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों पर अग्निवीर अभ्यर्थियों से पुलिस सत्यापन, शारीरिक परीक्षा और नौकरी दिलाने का वादा कर बड़ी रकम वसूलने का आरोप है।
नाथ ने पीटीआई भाषा को बताया "हमने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और इस प्रकरण में कथित रुप से शामिल दो अन्य लोगों की तलाश जारी है जिन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। "
उन्होंने बताया कि आरोपियों द्वारा किसी अभ्यर्थी को फर्जी तरीके से भर्ती कराया गया है या नहीं, इसकी पुष्टि के लिए नौसेना को भी सूचना दी गई है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जांच के दौरान लेन देन के प्रमाण और बैंक के दस्तावेज मिले हैं। "प्रारंभिक जांच से पता चला कि आरोपी नौसेना में नौकरी दिलाने के झूठे वादे कर के, नौकरी के इच्छुक लोगों से बड़ी रकम वसूल रहे थे।’’ आगे की जांच जारी है ताकि इस घोटाले की तह तक जाया जा सके।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि खुफिया जानकारी के अनुसार इस रैकेट में दो और लोगों के शामिल होने का संदेह है। उन्होंने बताया कि अब तक पुलिस ने फर्जी गतिविधियों से संबंधित 12 बैंक खातों को 'फ्रीज' कर दिया है।
पुलिस ने यह भी कहा कि आरोपी विभिन्न सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर सक्रिय थे और उम्मीदवारों को भर्ती प्रक्रिया से संबंधित दस्तावेजों की जानकारी देने तथा नामांकन में मदद के नाम पर गुमराह करते थे।
पुलिस ने कहा, "वे भर्ती प्रक्रिया में शामिल विभिन्न उम्मीदवारों के संपर्क में आए और उन्हें परीक्षा पास करने में मदद के नाम पर उनसे पैसे वसूले और धोखाधड़ी की।"
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।
भाषा