बंगाल : शुभेंदु अधिकारी ने दंगा प्रभावित शमशेरगंज का दौरा किया, दो मृतकों के परिजनों से मुलाकात की
शुभम रंजन
- 26 Apr 2025, 06:21 PM
- Updated: 06:21 PM
कोलकाता, 26 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को मुर्शिदाबाद जिले के दंगा प्रभावित शमशेरगंज इलाके का दौरा किया और ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने 11-12 अप्रैल के दौरान वक्फ (संशोधन) अधिनियम के प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग द्वारा एक विशेष समुदाय के सदस्यों पर किए गए हमलों पर आंखें मूंद ली हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने जाफराबाद में हिंसा के दौरान मारे गए दो व्यक्तियों के शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात की और संवाददाताओं से कहा कि जो कुछ हुआ वह अकल्पनीय और वीभत्स था तथा जब उत्पात हो रहा था तब पुलिस और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने कहा, "इस राज्य सरकार को हिंदुओं की कोई परवाह नहीं है। मैंने प्रभावित लोगों से जो सुना है, वह बहुत भयानक है। जिस तरह से भीड़ ने कुछ घरों पर हमला किया और उत्पात मचाया तथा हत्याएं कीं, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है।।"
उन्होंने कहा, "दो व्यक्तियों (हरगोविंद दास और चंदन दास) के शव लंबे समय तक उनके घर के सामने सड़क पर पड़े रहे और हत्याकांड के दौरान उनकी और पूरे इलाके के अन्य दंगा प्रभावित लोगों की मदद के लिए पुलिस, प्रशासन या सत्तारूढ़ तृणमूल की ओर से कोई भी मौजूद नहीं था।"
उन्होंने भाजपा की ओर से दास के परिवार को आर्थिक मदद की पेशकश की।
भाजपा नेता के दौरे के दौरान महिलाओं ने अपने हाथों में तख्तियां पकड़ रखी थीं जिन पर समुदाय के सदस्यों की सुरक्षा सहित अन्य मांगें लिखी थीं।
अधिकारी ने क्षेत्र के अन्य भाजपा नेताओं के साथ उनसे (महिलाओं) बात की और उनकी शिकायतें सुनीं।
कई महिलाओं ने दावा किया कि दंगों के दौरान "हिंदुओं के स्वामित्व वाले" सैकड़ों घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें जला दिया गया तथा प्रशासन ने अभी तक उनके घरों का पुनर्निर्माण नहीं किया है।
मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर इलाकों में 11-12 अप्रैल को भड़की हिंसा के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी।
भाषा शुभम