भारत से पाकिस्तानी नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया शुरू : फडणवीस
शुभम रंजन
- 26 Apr 2025, 09:20 PM
- Updated: 09:20 PM
पुणे, 26 अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत से पाकिस्तानी नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और राज्य में निर्धारित समय से अधिक समय तक रहने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने निर्दोष पर्यटकों की हत्या की निंदा की और कहा कि मोदी सरकार इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
मुख्यमंत्री ने पुणे के दो मित्रों (कौस्तुभ गणबोटे और संतोष जगदाले) के परिवारों से मुलाकात की। दोनों 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले में मारे गए थे।
उन्होंने कहा, "मैंने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। असावरी जगदाले (पीड़ितों में से एक की बेटी) द्वारा बताई गई घटना का विवरण परेशान करने वाला है। मैं (पहलगाम) घटना पर बेबुनियाद बातें करने वालों से कुछ नहीं कहना चाहता।"
उन्होंने एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, "आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का हमारा संकल्प और भी मजबूत हो गया है। महाराष्ट्र के छह परिवारों को सहायता प्रदान की जाएगी।"
मंगलवार, 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पर्यटन केंद्र पहलगाम के निकट बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए। इनमें अधिकतर पर्यटक थे।
गणबोटे और जगदाले महाराष्ट्र के उन छह व्यक्तियों में शामिल थे जो गोलियों का शिकार हुए।
राज्य गृह विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, महाराष्ट्र में अल्पकालिक वीजा पर रह रहे 55 पाकिस्तानी नागरिकों को केंद्र सरकार द्वारा तय की गयी 27 अप्रैल की समय सीमा तक देश छोड़ने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा, "देश में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानियों को जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा। पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।"
फडणवीस ने कहा, "केंद्र ने पहले ही पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया है, साथ ही पाकिस्तानियों को जारी सभी मौजूदा वैध वीजा रद्द कर दिए गए हैं।"
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में निर्धारित समय से अधिक समय तक रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कोंढवा इलाके में गणबोटे के घर जाकर उनकी पत्नी संगीता को सांत्वना दी। वह आतंकी हमले में बच गई थीं। इसके बाद वे कार्वेनगर में जगदाले के घर गए और जगदाले की बेटी असावरी और पत्नी प्रतिभा से बात की।
गणबोटे अपनी पत्नी संगीता और करीबी दोस्त संतोष जगदाले के परिवार के साथ कश्मीर गए थे।
भाषा शुभम