चेन्नई के अस्पताल में उपचार के दौरान मृत पाकिस्तानी व्यक्ति के शव का माता-पिता को इंतजार
यासिर माधव
- 30 Apr 2025, 04:50 PM
- Updated: 04:50 PM
कराची, 30 अप्रैल (भाषा) चेन्नई के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मरने वाले 23 वर्षीय पाकिस्तानी व्यक्ति के माता-पिता बुधवार को भी उसके शव का इंतजार करते रहे और विमान बगैर उसका शव लेकर यहां पहुंच गया।
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद वीजा संबंधित समस्याओं के कारण सैयद आर्यन शाह की मां ने सरकार से मदद की अपील की, जिसके बाद उनका शव कराची लाया गया।
विमानन को मंगलवार को उसका शव लेकर आना था।
आर्यन की मां साइमा शाह ने कहा, ‘‘उसे (विमानन को) मंगलवार शाम को मेरे बेटे का शव कराची लाना था। कुछ परिचालन और ‘लॉजिस्टिक’ मुद्दों के कारण विमान शव के बिना ही पहुंचा।’’
आर्यन हृदय और फेफड़ों की गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे और चेन्नई के एमजीएम हेल्थकेयर अस्पताल में गंभीर श्वसन समस्या के कारण उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। अस्पताल में उपचार के दौरान 25 अप्रैल को उनकी मृत्यु हो गई।
आर्यन की मां ने कहा कि जब उन्होंने पाकिस्तान सरकार से अस्पताल के बिल का भुगतान करने और शव को कराची ले जाने की व्यवस्था करने के लिए अपील की थी, तो बलूचिस्तान सरकार ने विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय किया तथा शव को चेन्नई से कोलंबो ले जाने की व्यवस्था की थी।
उसकी मां आर्यन के साथ चेन्नई गई थी और उसे तत्काल उपचार के लिए 12 फरवरी को वहां भर्ती कराया था।
पाकिस्तानी परिवार के लिए स्थिति तब कठिन हो गई जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने आगंतुक चिकित्सा वीजा रखने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का निर्देश दिया।
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा, ‘‘उसका परिवार क्वेटा से ताल्लुक रखता है, इसलिए बलूचिस्तान सरकार ने विदेश कार्यालय से संपर्क किया और हमने शव को वापस लाने के लिए सभी मेडिकल बिल का भुगतान कर दिया। हमने शव को कराची वापस लाने के लिए सभी यात्रा प्रबंध भी कर लिए हैं।’’
रिंद ने कहा कि शव को बुधवार तक कराची से क्वेटा तक सड़क मार्ग से लाया जाएगा और उसके बाद उसे यहां दफनाने की योजना है।
विमानन ने आश्वासन दिया है कि शव को यथाशीघ्र कराची लाया जाएगा, लेकिन उन्होंने कोई निर्धारित समय नहीं बताया है।
मीडिया की खबरों के अनुसार, आर्यन शाह ‘इंटरस्टिशियल लंग डिजीज’ से पीड़ित थे और पिछले 70 दिनों से उन्हें ‘एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन आक्सीजन (ईसीएमओ)’ पर रखा गया था।
पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी मौजूदा भारतीय वीज़ा रद्द कर दिए जाने के बाद, कुछ पाकिस्तानी परिवारों को, जो अपने बच्चों के इलाज के लिए चेन्नई या नयी दिल्ली में थे, अपनी योजना रद्द करनी पड़ी और घर लौटना पड़ा।
इस सप्ताह कराची के दो परिवार अपने बेटों का इलाज पूरा कराए बिना ही नयी दिल्ली से घर लौट आए।
चेन्नई और नयी दिल्ली उन पाकिस्तानियों के लिए पसंदीदा स्थान रहे हैं जो किफायती लागत पर उन्नत चिकित्सा देखभाल की तलाश में हैं।
भाषा यासिर