बंदरगाह उद्घाटन समारोह में विजयन, थरूर की मौजूदगी : मोदी ने कहा, यह कई लोगों की नींद हराम कर देगी
सुभाष माधव
- 02 May 2025, 04:45 PM
- Updated: 04:45 PM
(फोटो के साथ)
तिरुवनंतपुरम, दो मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि विड़िण्गम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में पार्टी के सांसद शशि थरूर की मौजूदगी कई लोगों की ‘‘नींद हराम कर देगी।’’
मोदी ने कार्यक्रम में थरूर की मौजूदगी का सीधे तौर पर उल्लेख ऐसे समय में किया है, जब तिरूवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद पर उनकी ही पार्टी के सहयोगी पहलगाम आतंकी हमले के बाद भाजपा के खिलाफ नरम रुख अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर मोदी के नेतृत्व के तहत भारत की सूझबूझ भरी कूटनीति की प्रशंसा करने को लेकर भी थरूर की कुछ कांग्रेस नेताओं ने आलोचना की है।
प्रधानमंत्री ने उद्घाटन समारोह में मौजूद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन का ‘‘स्तंभ’’ बताया।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं हमारे मुख्यमंत्री जी से कहना चाहूंगा कि आप ‘इंडिया’ गठबंधन के एक बड़े और मजबूत स्तंभ हैं। शशि थरूर भी यहां बैठे हुए हैं, और मैं कहना चाहूंगा कि आज का यह इवेंट (कार्यक्रम) कई लोगों की नींद हराम कर देगा।’’
हालांकि, उनके भाषण का अनुवाद करने वाले व्यक्ति ने इसका ठीक से अनुवाद नहीं किया, जिस पर प्रधानमंत्री को यह कहना पड़ा कि ‘‘संदेश उन तक पहुंच गया है, जिन तक यह संदेश पहुंचाना था।’’
बृहस्पतिवार को मोदी के आगमन पर उनकी अगवानी करने वाले थरूर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ठीक से संचालित नहीं हो रहे दिल्ली हवाई अड्डे पर देरी के बावजूद, मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन पर उनकी अगवानी करने के लिए समय पर तिरुवनंतपुरम पहुंचने में कामयाब रहा। विड़िण्गम बंदरगाह के आधिकारिक रूप से शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। यह एक ऐसी परियोजना है जिसकी शुरूआत से ही इससे जुड़े रहने को लेकर मुझे गर्व है।’’
इस बीच, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए और समारोह के लिए उन्हें देर से आमंत्रित किए जाने पर विरोध जताया।
सतीशन ने अदाणी समूह के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने और प्रारंभिक कार्यों को पूरा कर बंदरगाह की स्थापना में ओमन चांडी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती यूडीएफ सरकार द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार नहीं करने को लेकर सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई थी।
मार्च में थरूर ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर केंद्र सरकार के रुख की प्रशंसा की थी और इसे मोदी के नेतृत्व में भारत की सूझबूझ भरी कूटनीति बताई थी।
पिछले हफ्ते मंगलवार को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद, ‘‘किसी भी देश के पास 100 प्रतिशत पुख्ता खुफिया जानकारी नहीं होने’’ संबंधी थरूर की कथित टिप्पणी को लेकर उनकी पार्टी के सहयोगी उदित राज ने भी तिरूवनंतपुरम से सांसद की आलोचना की थी।
उदित राज ने आश्चर्य जताते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता थरूर भाजपा के वकील कैसे बन गए और पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी को ‘‘क्लीन चिट’’ कैसे दे दी।
वहीं, थरूर ने उदित राज पर पलटवार करते हुए कहा था कि वह (उदित) भाजपा के पूर्व सांसद हैं और वह (थरूर) बखूबी समझते हैं कि भाजपा के लिए कौन बोल रहा है।
भाषा सुभाष