कर्नाटक: सांप्रदायिकता रोधी कार्यबल बनाने के लिए भाजपा ने साधा कांग्रेस सरकार पर निशाना
, इन्दु जोहेब
- 03 May 2025, 09:28 PM
- Updated: 09:28 PM
मंगलुरु, तीन मई (भाषा) दक्षिण कन्नड़ के भाजपा सांसद कैप्टन बृजेश चौटा ने सुहास शेट्टी हत्याकांड के संबंध में कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर द्वारा मंगलुरु का दौरा करने और स्थानीय निर्वाचित प्रतिनिधियों से विचार विमर्श किये बिना की गई घोषणाओं की कड़ी आलोचना की है।
साथ ही उन्होंने प्रस्तावित 'सांप्रदायिकता-रोधी कार्यबल' को अलोकतांत्रिक और "छिपा हुआ तुष्टिकरण" करार दिया।
भाजपा सांसद चौटा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "यह बिल्कुल अलोकतांत्रिक और अपमानजनक है कि कर्नाटक के गृह मंत्री ने जनप्रतिनिधियों से कोई परामर्श किए बिना जिले की संवेदनशील स्थिति की समीक्षा की और मनमानी घोषणाएं कीं।"
चौटा ने कांग्रेस सरकार के बदलते रुख पर भी सवाल उठाया और कहा कि पहले सुहास शेट्टी की हत्या को व्यक्तिगत या गिरोहों की प्रतिद्वंद्विता का मामला बताना और अब इसे "सांप्रदायिक" करार देना कहां तक उचित है।
उन्होंने आगे कहा, “कड़वी सच्चाई यह है कि सुहास को एक हिंदू राष्ट्रवादी होने के कारण प्रवीण नेट्टारू, दीपक राव और उनसे पहले हमारे कई कार्यकर्ताओं की तरह, कट्टरपंथी ताकतों ने निशाना बनाया और मार दिया।”
चौटा ने कहा, "अब असली खतरे का सामना करने की बजाय कांग्रेस सरकार पूरे क्षेत्र को सांप्रदायिक करार देकर मामले को दबाने का काम करना चाहती है।''
उन्होंने कहा, “हमें समझना होगा कि यह सांप्रदायिक हिंसा नहीं है, यह धार्मिक प्रतिद्वंद्विता नहीं है। यह राष्ट्रवाद और कट्टरवाद के बीच की लड़ाई है । कट्टरवाद को कांग्रेस पार्टी की वोट-बैंक राजनीति और छद्म-धर्मनिरपेक्ष नीतियों से बल मिलता है।"
चौटा ने डॉ. परमेश्वर द्वारा "सांप्रदायिकता रोधी कार्यबल" की घोषणा किए जाने पर सवाल उठाये और कहा, “यह सोनिया गांधी (कांग्रेस की वरिष्ठ नेता) द्वारा प्रस्तावित विवादास्पद सांप्रदायिक हिंसा विधेयक के समान है। जैसे सोनिया गांधी के उस विधेयक के जरिए सांप्रदायिक सद्भाव के नाम पर हिंदू आवाजों को अलग करने और निशाना बनाने की कोशिश की जानी थी, वैसा ही इस तथाकथित कार्यबल के जरिए किया जाएगा। इससे तुष्टिकरण के एजेंडे की बू आती है।”
उन्होंने कहा, “यह कांग्रेस युग का भारत नहीं है, जहां हिंदुओं को हल्के में लिया जा सके, उनके अधिकारों को रौंदा जाए और नीतिगत फैसलों में लपेटकर तुष्टिकरण उनके गले उतारा जाए।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ''यह राष्ट्रवाद और कट्टरवाद के बीच की लड़ाई है और अब समय आ गया है। कट्टरवाद हमारी सीमाओं के भीतर और बाहर भारत को खोखला कर रहा है।''
उल्लेखनीय है कि शनिवार को यहां राज्य के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने एक संवाददाता सम्मेलन में दक्षिण कन्नड़ एवं उडुपी जिलों में सांप्रदायिकत रोधी कार्यबल गठित करने की घोषणा की।
भाषा, इन्दु