सिंगापुर में लंबे समय से सत्तारूढ़ दल एक बार फिर भारी जीत की तरफ अग्रसर
एपी संतोष माधव
- 03 May 2025, 10:00 PM
- Updated: 10:00 PM
सिंगापुर, तीन मई (एपी) सिंगापुर के चुनाव विभाग ने नमूने के रूप में एकत्र वोटों की गणना (सैंपल गणना) के जो आंकड़े जारी किये हैं उनसे संकेत मिलता है कि लंबे समय से सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) ने शनिवार के आम चुनावों में एक बार फिर भारी जीत हासिल की है।
यह गणना दर्शाती है कि पीएपी को 93 में से 82 सीट पर मजबूत बढ़त मिली है। इससे पहले इसने पांच सीट निर्विरोध जीती थीं, जिससे विस्तारित संसद में पीएपी की कुल 87 सीट हो सकती है।
वर्ष 2020 के चुनावों में इसने 83 सीट जीती थीं। वोटों की ‘सैंपल गणना’ से पता चलता है कि विपक्षी वर्कर्स पार्टी ने 10 सीट बरकरार रखी हैं।
यह परिणाम प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के नेतृत्व को मजबूत करेगा, जो एक साल पहले पदभार संभालने के बाद से उनका पहला चुनावी परीक्षण है।
‘सैंपल गणना’ प्रत्येक मतदान केंद्र से यादृच्छिक रूप से एकत्र 100 मतपत्रों के बंडल पर आधारित है। परिणाम निर्णायक नहीं हैं और इनका उद्देश्य मतगणना के दौरान अटकलों और गलत सूचनाओं को रोकना है। पूरे परिणाम के शनिवार को बाद में जारी होने की उम्मीद है।
पीएपी से इस शहर-देश में अपने 66 साल के प्रभुत्व को आराम से आगे बढ़ाने की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन चुनाव पर कड़ी नजर रखी जा रही है कि क्या विपक्ष आगे भी बढ़त हासिल कर सकता है, क्योंकि लोग सख्त सरकारी नियंत्रण और जीवन यापन की उच्च लागत को लेकर नाखुशी व्यक्त करते हैं।
अमेरिका में पढ़ चुके अर्थशास्त्री एवं वित्त मंत्री वोंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुल्क बढ़ोतरी के बाद आर्थिक उथल-पुथल के दौरान व्यापार पर निर्भर सिंगापुर को आगे बढ़ाने के लिए एक शानदार जनादेश की अपील की है।
सरकार ने अपने व्यापार पूर्वानुमान को कम कर दिया है और संभावित मंदी की चेतावनी दी है। दक्षिण पूर्व एशिया के राजनीतिक विशेषज्ञ ब्रिजेट वेल्श ने कहा, ‘‘यह चुनाव प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के नेतृत्व के प्रति समर्थन की परीक्षा है, लेकिन यह इस बात को भी दर्शाएगा कि सिंगापुर में राजनीति कैसे बदल रही है।’’
ली सीन लूंग के उत्तराधिकारी बने वोंग (52 वर्षीय) शहर-राज्य के चौथे नेता बने। ली ने दो दशक तक शीर्ष पद पर रहने के बाद मई 2024 में पद छोड़ दिया लेकिन वरिष्ठ मंत्री के रूप में कैबिनेट में बने रहे।
प्रधानमंत्री के रूप में उनकी सेवानिवृत्ति ने उनके पिता ली कुआन यू द्वारा शुरू किए गए परिवारवाद को समाप्त कर दिया। कुआन सिंगापुर के पहले नेता थे, जिन्होंने 31 वर्षों के कार्यकाल के दौरान पूर्व औपनिवेशिक पिछड़े क्षेत्र को दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक बनाया था।
स्कूलों, सार्वजनिक आवास ब्लॉकों और अन्य क्षेत्रों में 1,200 से अधिक मतदान केंद्र 12 घंटे के मतदान के बाद बंद हो गए। सिंगापुर में मतदान अनिवार्य है, जिसमें लगभग 27.6 लाख पात्र मतदाता हैं। पीएपी ने 97 संसदीय सीट में से पांच सीट हासिल की हैं क्योंकि वे निर्विरोध जीती गई थीं।
चुनाव विभाग ने बताया कि मतदान समाप्त होने से तीन घंटे पहले शाम पांच बजे तक लगभग 82 प्रतिशत मतदान हुआ।
पीएपी को स्थायित्व और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। लेकिन दुनिया के सबसे महंगे शहरों में से एक में जीवन-यापन की बढ़ती लागत के कारण लोगों विशेष रूप से युवा मतदाताओं में असंतोष बढ़ रहा है।
आय संबंधी बढ़ती असमानता, लगातार महंगे होते आवास, अत्यधिक भीड़भाड़ और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंधों ने पीएपी की सत्ता पर पकड़ को कमजोर किया है।
एपी संतोष