मोदी ने आईपीएल में वैभव सूर्यवंशी की धमाकेदार पारी की सराहना की
आनन्द नमिता
- 04 May 2025, 09:20 PM
- Updated: 09:20 PM
पटना, चार मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महज 14 साल की उम्र में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में शतक जड़ने वाले ‘बिहार के बेटे’ वैभव सूर्यवंशी की अद्भुत बल्लेबाजी कौशल की तारीफ करते हुए शीर्ष स्तर पर अपनी जगह बनाने के लिए युवाओं को कड़ी मेहनत और प्रतिस्पर्धा करने के लिए रविवार को प्रोत्साहित किया।
मोदी ने बिहार में खेलो इंडिया युवा खेलों (केआईवाईजी) के उद्घाटन के दौरान अपने वीडियो संबोधन में सूर्यवंशी की बल्लेबाजी का जिक्र किया।
बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले ने हाल ही में आईपीएल में गुजरात टाइटंस के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स के लिए 35 गेंदों में शानदार शतक जड़कर क्रिकेट जगत में धूम मचा दी थी।
मोदी ने कहा, ‘‘मैंने आईपीएल में बिहार के बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा है। इतनी कम उम्र में वैभव ने इतना बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। वैभव के प्रदर्शन के पीछे कड़ी मेहनत है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मोदी ने कहा कि सूर्यवंशी की सफलता में एक लक्ष्य को लेकर उनके कड़े अभ्यास के साथ बड़ी चुनौती के लिए तैयार रहने के लिए खेले गए कई मैचों का अहम योगदान रहा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ वैभव ने अलग-अलग स्तरों पर कई मैचों को खेल कर अपनी प्रतिभा को निखारा है। आप जितना अधिक खेलेंगे, उतना ही निखरेंगे। जितना संभव हो, मैचों और प्रतियोगिताओं में भाग लेना बहुत महत्वपूर्ण है। एनडीए सरकार ने हमेशा अपनी नीतियों में इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार का फोकस हमारे एथलीटों को नये खेल खेलने का मौका देने पर है। इसीलिए खेलो इंडिया युवा खेलों में गतका, खो-खो, मलखंभ और योगासन को शामिल किया गया। पिछले कुछ दिनों में हमारे एथलीटों ने वुशु, लॉन बॉल्स, रोलर स्केटिंग जैसे कई नये खेलों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।’’
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की नीति निर्माण में खेलों का महत्वपूर्ण स्थान है।
उन्होंने कहा, ‘‘नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जिसमें हमने खेलों को मुख्यधारा की शिक्षा का हिस्सा बनाया है। इस नीति का उद्देश्य देश में अच्छे खिलाड़ियों के साथ-साथ बेहतरीन खेल पेशेवर तैयार करना है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मेरे युवा साथियों हम जानते हैं कि जीवन के हर पहलू में खेल भावना बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खेल के मैदान में हम टीम भावना सीखते हैं। हम एक साथ आगे बढ़ना सीखते हैं।’’
भाषा आनन्द