चीन ने भारत, पाकिस्तान से संयम बरतने का किया आह्वान
देवेंद्र माधव
- 07 May 2025, 09:43 PM
- Updated: 09:43 PM
(के जे एम वर्मा)
बीजिंग, सात मई (भाषा) चीन ने भारत और पाकिस्तान से क्षेत्र में ‘‘शांति और स्थिरता के व्यापक हित’’ को ध्यान में रखते हुए संयम बरतने का बुधवार को आह्वान किया और कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर तनाव कम करने में ‘‘रचनात्मक भूमिका’’ निभाएगा।
भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर का जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत ये सैन्य हमले किए गए। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।
भारत की कार्रवाई के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने यहां प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हम मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं। भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के पड़ोसी हैं और हमेशा रहेंगे। वे दोनों चीन के पड़ोसी भी हैं।’’
पहलगाम आतंकवादी हमले का स्पष्ट संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘चीन हर तरह के आतंकवाद का विरोध करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों पक्षों से शांति व स्थिरता के व्यापक हित के लिए काम करने, शांति कायम रखने, संयम बरतने और ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह करते हैं जिससे स्थिति और जटिल हो सकती है।’’
लिन ने कहा कि चीन मौजूदा तनाव को कम करने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।
बयान में कहा गया, ‘‘आज सुबह भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई चीन की नजरों में खेदजनक है।’’
भारत के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि उसने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया है, लिन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत और पाकिस्तान के बीच जारी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘चीन शांति के लिए बातचीत को बढ़ावा देने और क्षेत्र को शांतिपूर्ण और स्थिर बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हमने यह भी देखा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ने कहा है कि उन्हें स्थिति के और बिगड़ने की उम्मीद नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान संयम बरतेंगे, एक ही दिशा में काम करेंगे और बातचीत के जरिए मतभेदों को ठीक से सुलझाएंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान में चीनी नागरिकों या क्षेत्र में उड़ान भरने वाली चीनी एयरलाइन पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा, लिन ने कहा कि चीन स्थिति के घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम संबंधित क्षेत्रों में चीनी नागरिकों और संस्थानों को सलाह देते हैं कि वे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखें, अतिरिक्त सुरक्षा सावधानी बरतें, संघर्ष वाले क्षेत्रों की यात्रा करने से बचें और आपात स्थिति में मदद के लिए तुरंत चीनी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों से संपर्क करें।’’
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के ‘‘मित्र’’ चीन ने इसकी निंदा करते हुए हमले की निष्पक्ष व त्वरित जांच करने का आह्वान किया था। पिछले कुछ दिनों में दोनों देशों ने कूटनीतिक संपर्क भी बढ़ाया है।
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने 27 अप्रैल को चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी से फोन पर बात की थी। इसके अलावा पाकिस्तान में चीनी राजदूत जियांग जेडोंग ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात भी की।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग बुधवार को चार दिवसीय यात्रा पर रूस के लिए रवाना होने वाले हैं। शी के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध हैं। इस यात्रा के दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत भी निर्धारित है।
भाषा
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