भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच लेह में ड्रोन और यूएवी उड़ाने पर प्रतिबंध
देवेंद्र रंजन
- 08 May 2025, 08:02 PM
- Updated: 08:02 PM
लेह, आठ मई (भाषा) केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए लेह जिले में ड्रोन या मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) को उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
अधिकारियों ने विश्वसनीय जानकारी और राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा ड्रोन या यूएवी के “संभावित दुरुपयोग” को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है।
स्थानीय लोगों, पर्यटकों या व्यक्तियों द्वारा ड्रोन और यूएवी उड़ाने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश संबंधित जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा इस चेतावनी के साथ दिया गया कि आदेश का उल्लंघन करने पर संबंधित कानूनों के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लगभग एक जैसे आदेशों में लेह के जिला मजिस्ट्रेट संतोष सुखदेव और करगिल के जिला मजिस्ट्रेट श्रीकांत बालासाहेब सुसे ने कहा कि ये आदेश सार्वजनिक सुरक्षा के हित में जारी किए गए हैं तथा अगले निर्देश तक लागू रहेंगे।
ये अलग-अलग आदेश भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ढांचे के खिलाफ मिसाइल हमले किए जाने के एक दिन बाद जारी किए गए।
आदेश में कहा गया है कि सार्वजनिक सुरक्षा, सुरक्षा प्रतिष्ठानों और आम जनता के लिए खतरे की आशंका को देखते हुए, लेह के पुलिस अधीक्षक ने आम जनता और पर्यटकों द्वारा ड्रोन और यूएवी उड़ाने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी करने का अनुरोध किया है।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने कहा कि लेह जिले के संपूर्ण अधिकार क्षेत्र में स्थानीय लोगों, पर्यटकों या किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार के ड्रोन या यूएवी को उड़ाना, चलाना या उपयोग करना सख्त वर्जित है।
आदेश में कहा गया है, ‘‘कोई भी व्यक्ति जो इस आदेश का उल्लंघन करते हुए किसी ड्रोन या यूएवी को उड़ते हुए देखता है तो उसे तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) या पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना देनी चाहिए।’’
इस बीच, ‘ऑल लद्दाख होटल एंड गेस्ट हाउस एसोसिएशन’ ने लेह हवाई अड्डे से उड़ानें बाधित होने के कारण फंसे पर्यटकों के लिए निःशुल्क ठहरने की घोषणा की है।
एसोसिएशन की अध्यक्ष रिग्जिन वांगमो लाचिक ने कहा कि एसोसिएशन ने फंसे हुए पर्यटकों की सहायता के लिए यह कदम उठाया है और निर्णय लिया है कि जिन मेहमानों की उड़ानें मौजूदा स्थिति के कारण रद्द कर दी गई हैं, उन्हें उन्हीं होटलों में नि:शुल्क ठहरने की सुविधा प्रदान की जाएगी, जहां वे लद्दाख में ठहरे हुए हैं।
भाषा
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