राजनाथ ने ‘ब्रह्मोस’ विनिर्माण इकाई का उद्घाटन किया
आनन्द खारी
- 11 May 2025, 02:10 PM
- Updated: 02:10 PM
(तस्वीरों सहित)
लखनऊ, 11 मई (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को लखनऊ के ‘उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर’ में ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी’ का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 300 करोड़ रुपये की यह सुविधा ‘उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर’ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह आत्मनिर्भर रक्षा विनिर्माण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह विनिर्माण इकाई अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्रियों का उत्पादन करेगी, जिनका उपयोग चंद्रयान मिशन और लड़ाकू विमानों में किया जाएगा।
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और रणनीति इच्छाशक्ति का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए उन भारत विरोधी और आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की जिन्होंने भारत माता के माथे पर हमला करके कई परिवारों का सिंदूर मिटा दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत इच्छाशक्ति और सैन्य शक्ति के दृढ़ संकल्प को भी दर्शाता है। हमने दिखा दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जब भी कार्रवाई करेगा तो सीमा पार की जमीन भी आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सुरक्षित नहीं होगी।’’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आम नागरिकों को कभी निशाना नहीं बनाया, लेकिन पड़ोसी देश ने भारत के असैन्य क्षेत्रों और उपासना स्थलों को निशाना बनाया। भारतीय सेना ने साहस एवं संयम का परिचय दिया तथा पाकिस्तान के कई सैन्य अड्डों पर हमला करके मुंहतोड़ जवाब दिया।’’
राजनाथ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि नया भारत सीमा के दोनों ओर आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करेगा।’’
समारोह में लखनऊ नहीं आ पाने के लिए उन्होंने कहा, ‘‘कार्यक्रम में आने की इच्छा थी, लेकिन मैं नहीं आ सका। वर्तमान परिस्थितियों में दिल्ली में रहना आवश्यक था। इसलिए ऑनलाइन माध्यम से आपसे जुड़ रहा हूं।’’
इसके पहले, रक्षा मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘इसमें न केवल मिसाइल उत्पादन, बल्कि परीक्षण, इंटिग्रेशन और एयरोस्पेस-ग्रेड घटकों के लिए एक सामग्री परिसर भी शामिल है।’’
उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को बयान में कहा था कि यह सुविधा दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक का निर्माण करेगी, जिसकी रेंज 290 से 400 किलोमीटर और अधिकतम गति मैक 2.8 होगी।
राज्य सरकार ने बयान में कहा कि साढ़े तीन साल में बनकर तैयार हुई लखनऊ स्थित ब्रह्मोस विनिर्माण इकाई 80 हेक्टेयर में फैली है। इसके लिए जमीन उत्तर प्रदेश सरकार ने निशुल्क उपलब्ध कराई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2018 में घोषित ‘उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर’ में छह नोड हैं-लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट जहां रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए बड़े निवेश किए जा रहे हैं।
इसमें कहा गया कि तमिलनाडु के बाद ‘डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर’ स्थापित करने वाला उत्तर प्रदेश दूसरा राज्य है।
भाषा आनन्द