भारत एवं पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद पंजाब में शांति कायम
राजकुमार प्रशांत
- 11 May 2025, 08:08 PM
- Updated: 08:08 PM
(तस्वीरों के साथ)
चंडीगढ़, 11 मई (भाषा) भारत और पाकिस्तान के बीच जमीन, वायु और समुद्र में सभी तरह की गोलाबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने को लेकर बनी सहमति के बाद पंजाब में, खासकर राज्य के सीमावर्ती इलाकों में रविवार को शांति रही।
अधिकारियों ने लोगों से अपनी सामान्य गतिविधियां बहाल करने और शांति बनाये रखने को कहा है।
सुबह करीब साढ़े आठ बजे, अमृतसर में जिला प्रशासन ने लोगों से अपनी सामान्य दिनचर्या फिर से शुरू करने को कहा।
जालंधर जिला प्रशासन ने भी कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है और लोग अपना कामकाज सामान्य रूप से फिर से शुरू कर सकते हैं।
जालंधर के उपायुक्त (डीसी) हिमांशु अग्रवाल ने कहा, ‘‘जालंधर में सब ठीक है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, चिंता की कोई बात नहीं है और कामकाम सामान्य रूप से फिर से शुरू किया जा सकता है। सुरक्षा बल लगातार नजर रखे हुए हैं।’’
जिला प्रशासन ने हालांकि लोगों से पटाखे नहीं चलाने और ड्रोन न उड़ाने का अनुरोध किया है।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘अगर इलाके में किसी भी तरह के खतरे की कोई सूचना मिलती है तो हम आपको समय पर सूचित करेंगे और तत्काल कदम उठाएंगे।’’
अमृतसर में उपायुक्त साक्षी साहनी ने पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर के साथ शहर और बाजारों का चक्कर लगाया।
उपायुक्त ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अमृतसर के बहादुर और दृढ़निश्चयी लोगों का धन्यवाद। हमें इस बात पर बहुत गर्व है कि आप में से प्रत्येक ने किस तरह बहादुरी, धैर्य और एक-दूसरे तथा प्रशासन पर भरोसे के साथ स्थिति का सामना किया। आपको एक सुखद दिन की शुभकामनाएं- अपने रविवार का आनंद लें।’’
कई स्थानीय लोगों ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में बढ़े तनाव के दौरान, पर्यटकों से भरे रहने वाले अमृतसर में सैलानियों की संख्या में गिरावट देखी गई है।
इस बीच, पाकिस्तान के साथ 553 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करने वाले पंजाब में लोगों को सामान्य कामकाज करते देखा गया।
खासकर अमृतसर, पठानकोट और फिरोजपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में सुबह की सैर कर रहे लोगों ने देश के सशस्त्र बलों को धन्यवाद दिया।
अमृतसर निवासी अमरजीत सिंह ने कहा, ‘‘यह हमारी सेनाओं की वजह से है कि आप हमें आज बिना किसी डर के यहां देख रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में हमने देखा कि पाकिस्तान ने पंजाब और कुछ अन्य राज्यों के कई हिस्सों को निशाना बनाकर कैसे ड्रोन हमले किए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमारी बहादुर सेना ढाल बन गयी और उसने उनके दुस्साहस को विफल कर दिया। उन्होंने आतंकवाद के अपराधियों को कड़ा जवाब दिया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया। अब जब एक सहमति बन गई है तो हम उम्मीद करते हैं कि शांति बनी रहेगी लेकिन अगर पाकिस्तान फिर से कोई दुस्साहस करता है तो उसे कड़ा जवाब दिया जाएगा।’’
अमृतसर के एक अन्य निवासी पवन कुमार ने कहा कि तनाव के दिनों के बाद हालात सामान्य हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में तनावपूर्ण स्थिति के कारण अमृतसर में पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखी गई। अब, उम्मीद है कि शांति बनी रहेगी।’’
पठानकोट की रहने वाली सिमरन ने कहा, ‘‘हालांकि पिछले कुछ दिनों से लोग चिंतित थे लेकिन हमें भरोसा था कि किसी भी पाकिस्तानी दुस्साहस से हमारी रक्षा के लिए हमारे सशस्त्र बल मौजूद हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, दोनों देशों के बीच (सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए) बनी सहमति राहत की बात है।’’
अपने मित्रों के साथ सुबह की सैर कर रहे फिरोजपुर के एक बुजुर्ग निवासी ने कहा, ‘‘कुछ दिनों तक घर के अंदर रहने के बाद हमने अपनी सुबह की दिनचर्या फिर से शुरू कर दी है। हालात सामान्य हो गए हैं और हमें उम्मीद है कि शांति बनी रहेगी।’’
लुधियाना के एक अन्य निवासी ने कहा, ‘‘युद्ध कोई नहीं चाहता क्योंकि इससे केवल विनाश होता है और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचता है लेकिन अगर पाकिस्तान या कोई अन्य देश दुस्साहस करता है तो भारत कड़ा और मुंहतोड़ जवाब देगा। किसी भी आतंकवादी कार्रवाई से निपटने की भारत की एक दृढ़ नीति है।’’
चंडीगढ़ और हरियाणा के पंचकूला में सुबह की सैर कर रहे लोग मौजूदा स्थिति पर चर्चा करते सुने गए।
पहले, वर्तमान स्थिति के मद्देनजर प्रशासन ने पहले अमृतसर, फिरोजपुर, होशियारपुर, फाजिल्का, पठानकोट समेत पंजाब के कई जिलों में ‘ब्लैकआउट’ कर दिया था।
शनिवार देर शाम मीडिया से बातचीत में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान से इन उल्लंघनों को रोकने के लिए उचित कदम उठाने तथा स्थिति से ‘गंभीरता और जिम्मेदारी’ निपटने का आह्वान किया।
भाषा
राजकुमार