नागर विमानन मंत्री ने एयरलाइंस को 32 हवाई अड्डों पर नियमित उड़़ानें बहाल करने को कहा
प्रेम अजय
- 13 May 2025, 10:05 PM
- Updated: 10:05 PM
नयी दिल्ली/ मुंबई, 13 मई (भाषा) नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने मंगलवार को एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में हवाई अड्डे बंद होने के कारण उड़ानों में व्यवधान, विमान ईंधन पर कर में कटौती और अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
नायडू ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और सभी एयरलाइंस के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान एयरलाइंस को 15 मई से सभी 32 हवाई अड्डों पर अपने नियमित उड़ान कार्यक्रम को दोबारा शुरू करने के लिए कहा गया है।
नायडू ने कहा, ‘‘सभी एयरलाइंस ने इन हवाई अड्डों पर उड़ानें दोबारा शुरू करने के सुझाव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।’’
सरकार ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान के साथ सीमा पर पैदा हुए तनाव को देखते हुए देश के 32 हवाई अड्डों पर असैन्य उड़ानों का संचालन रोकने के लिए 'नोटिस टु एयरमेन' (नोटैम) जारी किया था। हालांकि, दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद से हालात सामान्य होने लगे हैं।
सूत्रों ने कहा कि यह बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के चलते हाल के दिनों में उड़ान संचालन में आए व्यवधान की पृष्ठभूमि में हुई।
सूत्रों के मुताबिक, नागर विमानन मंत्री ने इस बैठक में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सशस्त्र बलों के योगदान के लिए आभार जताने के तरीकों पर एयरलाइंस को विचार करना चाहिए जिसमें उड़ान के दौरान घोषणाएं भी शामिल हैं।
सूत्रों ने यह भी कहा कि कुछ एयरलाइंस ने हवाई अड्डों के बंद होने के दौरान 'व्यवहार्यता अंतराल निधि' (वीजीएफ) में हुए नुकसान का उल्लेख किया। क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना 'उड़ान' के तहत उड़ानें संचालित करने वाली एयरलाइंस को वीजीएफ दिया जाता है।
इसके अलावा एयरलाइंस ने विमानन ईंधन (एटीएफ) पर कर राहत देने की भी सरकार से मांग की।
हवाई अड्डों के बंद रहते समय हवाई अड्डों पर सुरक्षा उपाय भी बढ़ाए गए थे। हवाई अड्डों के बंद होने के कारण एयरलाइंस ने प्रतिदिन 300 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी थीं।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ एयरलाइंस ने बैठक में मौजूद मंत्री और अधिकारियों को बताया कि भीषण गर्मियों में हवाई यात्राओं में आने वाले व्यस्त समय के पहले टिकट बड़ी संख्या में रद्द किए गए हैं जिससे यात्रा धारणा में कमजोरी नजर आती है।
भारतीय एयरलाइन को देश के उत्तरी हिस्सों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए लंबा मार्ग लेना पड़ रहा है क्योंकि पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।
हवाई क्षेत्र बंद होने के बाद मंत्रालय ने संभावित परिचालन और वित्तीय प्रभाव को लेकर एयरलाइंस से जानकारी मांगी थी।
इस बीच, दिल्ली हवाई अड्डे पर परिचालन सामान्य बना हुआ है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने कहा, ‘‘हालांकि, हवाई क्षेत्र के बदलते हालात और नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा बढ़ाए गए सुरक्षा उपायों के कारण कुछ उड़ानों के कार्यक्रम प्रभावित हो सकते हैं और सुरक्षा प्रक्रिया का समय लंबा हो सकता है।’’
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