राकांपा (एसपी) से विलय का प्रस्ताव मिलने पर उस पर चर्चा करेंगे : राकांपा
पारुल माधव
- 14 May 2025, 08:52 PM
- Updated: 08:52 PM
मुंबई, 14 मई (भाषा) अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बुधवार को कहा कि अगर शरद पवार नीत राकांपा (एसपी) विलय का प्रस्ताव पेश करती है तो पार्टी इस पर चर्चा करने के खिलाफ नहीं है। हालांकि, राकांपा ने दोनों गुटों के संभावित विलय की अटकलों को मीडिया की कयासबाजी करार देते हुए खारिज कर दिया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने भी दोनों गुटों के बीच विलय की संभावनाओं से इनकार किया।
अविभाजित राकांपा जुलाई 2023 में उस समय दो गुटों में बंट गई थी, जब अजित पवार अपने कुछ वफादार विधायकों के साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में शामिल हो गए थे।
दोनों गुटों के फिर से एक होने की अटकलें उस समय जोर पकड़ने लगीं, जब शरद पवार ने कथित तौर पर कहा कि विलय के बारे में फैसला राकांपा (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और अजित पवार को करना है।
राकांपा प्रवक्ता आनंद परांजपे ने संवाददाताओं से कहा, “मीडिया में आई खबरें महज अटकलें हैं। राकांपा (एसपी) किसी विलय प्रस्ताव के साथ सामने नहीं आई है। अगर हमें औपचारिक अनुरोध हासिल होता है, तो राकांपा नेता अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे कोर कमेटी के नेताओं छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुश्रीफ और धनंजय मुंडे के साथ इस पर चर्चा करेंगे।”
परांजपे ने इस बात पर जोर दिया कि राकांपा “ऐसी किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार है, जो अजित पवार के नेतृत्व को स्वीकार करे।”
वहीं, राकांपा (शरदचंद्र पवार) के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख ने दोनों गुटों के संभावित विलय की अटकलों को खारिज करते हुए बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी में ऐसी किसी भी चीज पर चर्चा नहीं हुई है।
एक अन्य राकांपा (एसपी) ने कहा कि नियमित संगठनात्मक मुद्दों, खासकर स्थानीय निकाय चुनावों के बारे में चर्चा की गई।
उन्होंने कहा, “वरिष्ठ नेता अंकुश काकड़े ने स्पष्ट किया कि उन्होंने शरद पवार को विलय के बारे में नहीं लिखा है (जैसा कि मीडिया के एक वर्ग ने बताया है)। काकड़े ने कहा कि उन्होंने केवल पुणे में पार्टियों की तथ्यात्मक स्थिति का जिक्र किया था।”
भाषा पारुल