मप्र:सरकारी कार्यशाला में मंत्री शाह की तस्वीर छिपाने के लिए इस पर नरेन्द्र मोदी की तस्वीर चिपकाई गई
हर्ष राजकुमार
- 15 May 2025, 09:11 PM
- Updated: 09:11 PM
इंदौर, 15 मई (भाषा) मध्यप्रदेश सरकार द्वारा यहां बृहस्पतिवार को आयोजित एक कार्यशाला के दौरान अजीबो-गरीब घटनाक्रम देखने को मिला, जब इस आयोजन के 'बैकड्रॉप' पर राज्य के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह की तस्वीर छिपाने के लिए इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर चिपका दी गई। चश्मदीदों ने यह जानकारी दी।
'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी मीडिया से साझा करने वाली भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर शाह की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर जारी विवाद के बीच यह घटनाक्रम सामने आया।
विवादास्पद टिप्पणी पर मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के खुद संज्ञान लेने के बाद शाह के खिलाफ इंदौर जिले के मानपुर थाने में गंभीर आरोपों में प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। इसके बाद प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर हमला तीव्र करते हुए मंत्री को बर्खास्त किये जाने की मांग तेज कर दी है।
चश्मदीदों ने बताया कि यहां जिस कार्यशाला में शाह की तस्वीर छिपाये जाने का घटनाक्रम सामने आया, उसका आयोजन राज्य के जनजातीय कार्य विभाग ने किया था। शाह इस विभाग के मंत्री हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह कार्यशाला वन अधिकार अधिनियम 2006 को लेकर जिलास्तरीय वन अधिकार समितियों के प्रशिक्षण के लिए आयोजित की गई थी। इसमें जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा भी शामिल हुए थे।
चश्मदीदों के मुताबिक कार्यशाला के मूल 'बैकड्रॉप' पर एक ओर मुख्यमंत्री मोहन यादव की तस्वीर छपी थी, तो दूसरी ओर जनजातीय कार्य मंत्री शाह की तस्वीर लगायी गयी थी।
चश्मदीदों ने बताया कि कार्यशाला की शुरुआत से पहले आला अधिकारियों की नजर जब इस 'बैकड्रॉप' पर पड़ी, तो उन्होंने नाराजगी जताई जिसके बाद शाह की तस्वीर पर आनन-फानन में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर चिपका दी गई।
इस घटनाक्रम के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। हालांकि, सरकारी अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
जनजातीय कार्य विभाग के इंदौर संभाग के उपायुक्त बृजेश पांडे भी इस कार्यशाला में शामिल हुए थे। सरकारी कार्यशाला में विभागीय मंत्री शाह की तस्वीर छिपाये जाने की वजह पूछे जाने पर पांडे ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से कहा,‘‘मुझे इस मामले में कुछ भी जानकारी नहीं है।’’
भाषा हर्ष