कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने आईएसआई के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा किया था: हिमंत
देवेंद्र रंजन
- 18 May 2025, 08:34 PM
- Updated: 08:34 PM
गुवाहाटी, 18 मई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा किया था और उन्होंने पड़ोसी देश के प्रतिष्ठान के साथ करीब से काम किया था।
शर्मा ने यहां एक आधिकारिक कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से कहा कि सरकार के पास इस दावे के समर्थन में दस्तावेजी सबूत हैं और उचित सत्यापन के बाद ‘‘हर सबूत 10 सितंबर तक जनता के सामने पेश किया जाएगा’’।
उन्होंने दावा किया, ‘‘गौरव गोगोई आईएसआई के निमंत्रण पर पाकिस्तान गए थे। मैं यह पहली बार कह रहा हूं। हमारे पास इसके दस्तावेज हैं। वह पर्यटन के उद्देश्य से नहीं गए थे। वह निश्चित रूप से प्रशिक्षण लेने के लिए वहां गए थे।’’
शर्मा ने कहा कि लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता पाकिस्तान सरकार के सीधे निमंत्रण पर वहां गए थे और “यह खतरनाक बात है’’।
उन्होंने कहा, ‘‘...वह पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ करीब से काम कर रहे थे। गृह विभाग कब निमंत्रण भेजता है? यह केवल प्रशिक्षण देने के लिए होता है। नहीं तो आईएसआई उन्हें क्यों आमंत्रित करती?’’
शर्मा ने कहा, ‘‘विदेश मामलों (विभाग) या किसी विश्वविद्यालय से आमंत्रण मिलना एक अलग बात है। यह विदेश मामलों या सांस्कृतिक विभागों से नहीं था। वह पाकिस्तान के गृह विभाग के सीधे निमंत्रण पर वहां गए थे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास गोगोई के कृत्यों के सबूत हैं और इससे बचने का कोई रास्ता नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘उनके सारे रास्ते बंद हो चुके हैं। हमने सबूत देख लिए हैं। बस हमें कागजात हासिल करने के लिए सितंबर तक का समय चाहिए। हमें एक नोटिस जमा करना होगा और फिर दूतावास हमें दस्तावेज उपलब्ध करायेगा। दस सितंबर अंतिम तारीख है और कृपया उस समय तक इस बारे में फिर से न पूछें।’’
असम के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गोगोई पर उनकी पत्नी के आईएसआई से कथित संबंधों को लेकर निशाना साध रहे हैं।
शर्मा ने दावा किया था कि गोगोई की ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न ने भारत और पाकिस्तान के बीच 19 बार यात्रा की थी।
उन्होंने मीडिया के एक वर्ग की भी आलोचना की और कहा कि कुछ स्थानीय मीडिया द्वारा यह प्रचारित किया जा रहा है कि गोगोई पाकिस्तान के गृह विभाग से पत्र मिलने के बाद वहां गए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत गंभीर मामला है। दस सितंबर तक इंतजार कीजिए और आपको विवरण जानकर हैरानी होगी।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘जब मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी से हर 24 घंटे में कह रहा हूं कि हमारे पास पक्के सबूत हैं, तो आपको मुख्यमंत्री पर विश्वास करना चाहिए और (गोगोई के लिए) अपने प्यार और स्नेह का त्याग करने के लिए तैयार रहना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के मामले को लेकर कोई समझौता नहीं हो सकता। यह चुनाव के दायरे से बाहर का बहुत गंभीर अपराध है। अन्यथा, मैं इसे अगले साल अप्रैल में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पेश कर सकता था।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘खेलकूद या धार्मिक उद्देश्यों के लिए लोग जाते हैं। पंजाब से कांग्रेस और भाजपा के सभी सदस्य पाकिस्तान के गुरुद्वारा जाते हैं; यह अलग बात है और इसकी अनुमति विशेष अनुमति के तहत दी जाती है। हालांकि, यदि भाजपा से कोई व्यक्ति व्यापार में लगा है या पाकिस्तान सरकार के निमंत्रण पर वहां गया है, तो निश्चित रूप से मैं आवश्यक कार्रवाई के लिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के पास नाम भेजूंगा।’’
उन्होंने गोगोई को सबूत मांगने वाले ‘‘बचकाने बयान’’ न देने की भी सलाह दी।
उन्होंने कहा, ‘‘वह (गोगोई) भी जानते हैं कि मेरे पास सबूत हैं। केवल उन्हें अदालत द्वारा प्रमाणित किए जाने की आवश्यकता है, और मुझे उस प्रक्रिया के लिए तीन महीने चाहिए।’’
जब उनसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में आतंकवाद से निपटने के भारत के संकल्प को सामने रखने के लिए विश्व की राजधानियों की यात्रा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में गोगोई को शामिल न किए जाने के बारे में पूछा गया तो शर्मा ने कहा कि पूर्वोत्तर के तीन सांसदों को इसमें शामिल किया गया है और यहां के लोग इस बात से बहुत खुश हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘नगालैंड से एक और असम से दो सांसद वहां हैं। हमें बेहद गर्व है और हमें लगता है कि हमारे तीन सांसद वैश्विक मंच पर भारत का पक्ष रखने में सार्थक योगदान दे सकेंगे।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है और अब वह बांग्लादेश में भी अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है, जिसका सीधा असर पूर्वोत्तर क्षेत्र पर पड़ सकता है। इसलिए, मेरा मानना है कि असम के सांसद भुवनेश्वर कलिता और प्रदान बरुआ भारत और पूर्वोत्तर क्षेत्र की चिंताओं को विश्व मंच के सामने रखने में सक्षम होंगे।’’
कांग्रेस द्वारा असम के सांसद के नाम की सिफारिश किए जाने के बावजूद प्रतिनिधिमंडल में गोगोई को शामिल न किए जाने के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि कलिता और बरुआ दोनों ही अनुभवी सांसद हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उनके साथ कोई विवाद नहीं जुड़ा है और उनका पाकिस्तान के साथ कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं है। इसलिए, मेरा मानना है कि वे असम का अधिक उचित तरीके से प्रतिनिधित्व कर पाएंगे।’’
भाषा
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