विदेश जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल का प्रतिधित्व करेंगे अभिषेक बनर्जी
हक दिलीप
- 20 May 2025, 04:32 PM
- Updated: 04:32 PM
नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद वैश्विक मंच पर भारत का पक्ष रखने के लिए विभिन्न देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में पार्टी की तरफ से शामिल होंगे।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह फैसला संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू द्वारा तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन करने के बाद किया गया।
तृणमूल कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने महासचिव अभिषेक बनर्जी को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संपर्क अभियान पर जाने वाले भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने के लिए नामित किया है।’’
तृणमूल कांग्रेस ने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब दुनिया को आतंकवाद के बढ़ते खतरे का मुकाबला करने के लिए एकजुट होना चाहिए, अभिषेक बनर्जी का प्रतिनिधिमंडल में शामिल होना दृढ़ विश्वास और स्पष्टता दोनों को प्रतिबिंबित करता है। उनकी उपस्थिति न केवल आतंक के खिलाफ बंगाल के दृढ़ रुख को दर्शाएगी, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की सामूहिक आवाज को भी मजबूत करेगी।’’
सूत्रों के अनुसार, रीजीजू ने ममता बनर्जी को मनाने के लिए फोन किया और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में एक प्रतिनिधि उनकी पार्टी से भेजने के लिए उनकी राय मांगी, जिसके बाद अभिषेक बनर्जी को प्रतिनिधिमंडल के लिए नामित किया गया।
इससे पहले, केंद्र ने तृणमूल सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक के सदस्य के रूप में नामित किया था, जो विभिन्न देशों में दौरा करने वाले हैं।
हालांकि, यूसुफ पठान ने बाद में इस प्रतिनिधिमंडल से बाहर होने का फैसला किया।
ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी दोनों ने सोमवार को कहा था कि केंद्र सरकार को यह तय नहीं करना चाहिए कि पार्टी सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए किसे नामित करेगी।
केंद्र ने शनिवार को सात प्रतिनिधिमंडलों की घोषणा की, जिनमें विभिन्न दलों के 50 से अधिक नेता, सांसद और पूर्व मंत्री शामिल होंगे और जो पार्टी लाइन से हटकर दुनिया के कई देशों की राजधानियों की यात्रा करेंगे और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में आतंकवाद से निपटने के भारत के संकल्प को वहां के नेताओं के सामने रखेंगे।
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