पीएफसी का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 11 प्रतिशत बढ़कर 8,358 करोड़ रुपये
अनुराग अजय
- 21 May 2025, 06:38 PM
- Updated: 06:38 PM
नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का एकीकृत शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 10.61 प्रतिशत बढ़कर 8,358 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 7,556.43 करोड़ रुपये रहा था।
पीएफसी की चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) परमिंदर चोपड़ा ने कहा कि कंपनी को संकटग्रस्त जेनसोल इंजीनियरिंग से बकाया 263 करोड़ रुपये के लिए पूरा प्रावधान करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि वसूली के हर रास्ते पर विचार किया जा रहा है।
चोपड़ा ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की शुद्ध ब्याज आय 12.8 प्रतिशत ऋण वृद्धि के कारण 38 प्रतिशत बढ़कर 12,092 करोड़ रुपये हो गई और केएसके महानदी खाते के समाधान के बाद 1,200 करोड़ रुपये का लाभ हुआ।
पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में आय अर्जित करने वाली संपत्तियों पर शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर 3.64 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 3.46 प्रतिशत था।
चोपड़ा ने कहा कि कंपनी चालू वित्त वर्ष (2025-26) में 10-11 प्रतिशत ऋण वृद्धि का लक्ष्य बना रही है, जो पिछले वित्त वर्ष में प्राप्त वृद्धि से कम है।
उन्होंने कहा कि मांग की कोई कमी नहीं है, और इसके पास तीन लाख करोड़ रुपये का ऋण पाइपलाइन में है।
उन्होंने कहा कि कंपनी चालू वित्त वर्ष में ऋण वृद्धि के लिए निजी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के निवेश पर निर्भर रहेगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि मध्यम अवधि में कंपनी तापीय और परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण अवसर देख रही है।
जेनसोल खाते के बारे में चोपड़ा ने कहा कि कंपनी ने 3,000 इलेक्ट्रिक वाहन को पट्टे पर लेने में मदद के लिए 352 करोड़ रुपये वितरित किए हैं और 2,741 ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) खरीदे गए हैं और पीएफसी को गिरवी रखे गए हैं।
इसने खाते में 44 करोड़ रुपये की वसूली के लिए सावधि जमा सहित प्रतिभूतियों को भुनाया, और कुल बकाया 307 करोड़ रुपये है।
पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 29,285.45 करोड़ रुपये हो गई और ब्याज आय बढ़कर 28,676.15 करोड़ रुपये हो गई।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 30,514.40 करोड़ रुपये और कुल आय बढ़कर 1,06,598.70 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 10 रुपये के अंकित मूल्य के चुकता इक्विटी शेयर पर 2.05 रुपये प्रति शेयर (टीडीएस की कटौती के अधीन) के अंतिम लाभांश की सिफारिश की, जो आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है।
यह वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पहले से घोषित और वर्ष के दौरान चार किस्तों में भुगतान किए गए 13.75 रुपये प्रति शेयर (टीडीएस की कटौती के अधीन) के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है।
अंतिम लाभांश, यदि घोषित किया जाता है तो आगामी बैठक में अनुमोदन की तारीख से 30 दिन की वैधानिक अवधि के भीतर इसका भुगतान किया जाएगा।
कंपनी के निदेशक मंडल की 21 मई, 2025 को हुई बैठक में की गई सिफारिश के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतिम लाभांश के भुगतान के लिए सदस्यों की पात्रता का पता लगाने के उद्देश्य से रिकॉर्ड तिथि शुक्रवार 13 जून, 2025 तय की गई है।
चोपड़ा ने कहा कि कंपनी चालू वित्त वर्ष में 1.4 लाख करोड़ रुपये उधार लेगी और इसका पांचवां हिस्सा अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से लिया जाएगा।
भाषा अनुराग