मप्र : छह ग्रामीणों की रहस्यमय मौत के बाद लकड़बग्घे की खोज, संदिग्ध पगमार्क मिले
सं. हर्ष खारी
- 04 Jun 2025, 05:34 PM
- Updated: 05:34 PM
इंदौर/बड़वानी, चार जून (भाषा) मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में किसी अज्ञात जानवर के काटने के बाद छह ग्रामीणों की रहस्यमय हालात में मौत के बाद वन विभाग ने लकड़बग्घा दिखाई देने की सूचना पर खोज अभियान तेज कर दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक पहली नजर में संदेह है कि ग्रामीणों पर हमला करने वाला अज्ञात जानवर रेबीज वायरस से संक्रमित था, हालांकि इसकी पुष्टि के लिए जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) विकास जमरे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘लिम्बई गांव के लोगों ने हमें आस-पास के क्षेत्रों में लकड़बग्घा नजर आने की सूचना दी है। क्षेत्र में इस जानवर के संदिग्ध पगमार्क भी मिले हैं। इसके बाद हमने अपना खोज अभियान तेज कर दिया है।’’
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत वन विभाग के करीब 45 कर्मचारी लिम्बई गांव के 15 किलोमीटर के दायरे में लकड़बग्घे की तलाश कर रहे हैं। लिम्बई गांव से वन सीमा करीब 4.50 किलोमीटर दूर है।
जमरे ने बताया, ‘‘लकड़बग्घे के संदिग्ध पगमार्क की जांच की जा रही है। अभी पुष्टि नहीं हो सकी है कि ये पगमार्क लकड़बग्घे के ही हैं।"
वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) आशीष बंसोड़ ने कहा, ‘‘आमतौर पर रेबीज वायरस से संक्रमित जानवर की कुछ दिनों में मौत हो जाती है। इसलिए अभी नहीं कहा जा सकता कि उसी लकड़बग्घे ने महीने भर पहले ग्रामीणों पर हमला किया था जिसे देखे जाने की सूचना स्थानीय लोगों ने हमें दी है।’’
अधिकारियों ने बताया कि बड़वानी जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पांच मई को तड़के अज्ञात जानवर ने 17 लोगों पर तब हमला किया था, जब वे गर्मी के चलते अपने घरों के बाहर खुले में सो रहे थे।
उन्होंने बताया कि 23 मई से दो जून के बीच इनमें से छह लोगों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों के मुताबिक अज्ञात जानवर के हमले की जद में आए सभी 17 लोगों को रेबीज से बचाव का इंजेक्शन लगाया गया था।
बड़वानी की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. सुरेखा जमरे ने बताया, ‘‘अज्ञात जानवर के हमले के बाद बीमार हुए लोगों में शामिल 35 वर्षीय पुरुष जिला चिकित्सालय में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। बाकी लोगों की स्थिति फिलहाल ठीक है।’’
सीएमएचओ ने बताया कि अज्ञात जानवर के काटने के बाद दम तोड़ने वाले एक व्यक्ति के मस्तिष्क के ऊतक और जीवित मरीजों की लार के नमूने पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) की प्रयोगशाला भेजे गए हैं ताकि जांच करके पता लगाया जा सके कि ये लोग रेबीज वायरस से संक्रमित थे या नहीं।
इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन (अधिष्ठाता) डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया, ‘‘हमें पहली नजर में संदेह है कि बड़वानी जिले के छह लोगों की मौत रेबीज के कारण हुई है। इसकी पुष्टि के लिए एक मृतक के मस्तिष्क के ऊतक को जांच के लिए दिल्ली की एक प्रयोगशाला भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।’’
इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अज्ञात जानवर के हमले के शिकार ग्रामीणों के परिजनों से फोन पर बात की और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
खरगोन-बड़वानी लोकसभा क्षेत्र के सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य नेता लिम्बई गांव पहुंचे और उन्होंने पीड़ित लोगों के परिजनों से मुलाकात की।
पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री यादव ने पीड़ित लोगों के परिजनों से बात की और कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक परिस्थिति में उनके साथ खड़ी है और उनकी हरसंभव मदद करेगी।
राज्य सरकार ने अज्ञात जानवर के हमले में मारे गए छह लोगों के परिजनों को आठ-आठ लाख रुपये का मुआवजा दिया है।
भाषा सं. हर्ष