भगदड़: कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त को निलंबित करने का आदेश दिया
शुभम सुरेश
- 06 Jun 2025, 12:04 AM
- Updated: 12:04 AM
बेंगलुरु, पांच जून (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के सामने हुई भगदड़ के मामले में बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया।
इसके साथ ही, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सीमांत कुमार सिंह को अगले आदेश तक बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त कर दिया गया।
भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री ने मामले की जांच कर्नाटक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश माइकल कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक-सदस्यीय न्यायिक आयोग को सौंपते हुए, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी), डीएनए इवेंट मैनेजर्स और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के प्रतिनिधियों की गिरफ्तारी का भी आदेश दिया है।
यह भगदड़ बुधवार शाम को स्टेडियम के सामने हुई, जहां बड़ी संख्या में लोग आरसीबी टीम की आईपीएल जीत का जश्न मनाने के लिए उमड़े थे।
सिद्धरमैया ने कहा, “आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई और कल की त्रासदी पर विस्तार से चर्चा की गई। कैबिनेट ने अपने विवेक से इस घटना की जांच कर्नाटक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश माइकल कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक सदस्यीय न्यायिक आयोग को सौंपने का निर्णय लिया है और हमने आयोग से 30 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है।”
कैबिनेट बैठक के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) को आरसीबी, डीएनए इवेंट मैनेजर्स और कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के प्रतिनिधियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा, “कैबिनेट ने कब्बन पार्क पुलिस थाने के सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर और उस विशेष क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त, मध्य क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त, स्टेडियम के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त को भी तत्काल निलंबित करने का निर्णय लिया है।’’
उन्होंने कहा, "इस घटना से हम सभी को दुख पहुंचा है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। मैं मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और सरकार उनके परिवारों के साथ है।"
सरकारी आदेश के अनुसार, जिस तरह से घटनाक्रम सामने आया उसकी जांच करने और प्रथम दृष्टया यह पाए जाने पर कि इस घटना में कर्तव्य का गंभीर रूप से पालन नहीं किया गया है, आईपीएस अधिकारियों- बी दयानंद, आईपीएस, अतिरिक्त महानिदेशक और पुलिस आयुक्त, बेंगलुरु शहर; विकास कुमार विकास, महानिरीक्षक और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, पश्चिम, बेंगलुरु शहर; और शेखर एच टेक्कन्नावर, पुलिस उपायुक्त, सेंट्रल डिवीजन, बेंगलुरु शहर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
इसके अलावा सहायक पुलिस आयुक्त सी. बालकृष्ण और कब्बन पार्क पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक ए. के. गिरीश को भी निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है तथा मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है।
खुफिया चूक की बात स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में कार्रवाई करने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
उन्होंने कहा, "हमने इस पर चर्चा की है।"
यह पूछे जाने पर कि आरसीबी, डीएनए इवेंट मैनेजमेंट फर्म और केएससीए से किसे गिरफ्तार किया जाएगा, सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘पुलिस गिरफ्तार करेगी और गिरफ्तारी के बाद पता चल जाएगा।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या किसी अन्य की संलिप्तता भी पाई गई है तो उन्होंने कहा, "एक सदस्यीय जांच आयोग जांच करेगा और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा तथा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी एवं किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। चूंकि प्रथम दृष्टया कुछ खामियां पाई गई हैं, इसलिए गिरफ्तारी और अधिकारियों के निलंबन के निर्देश दिए गए हैं।"
घायलों की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ लोगों को छोड़कर लगभग सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और उनमें से कोई भी गंभीर स्थिति में नहीं है। भोजन, परिवहन और उपचार सहित उनके सभी खर्च सरकार द्वारा वहन किए जाएंगे।"
इस बीच एक सरकारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘सीमांत कुमार सिंह, आईपीएस (केएन: 1996), अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन टास्क फोर्स, बेंगलुरु को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित किया जाता है और अगले आदेश तक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त, बेंगलुरु सिटी, बेंगलुरु के पद पर तैनात किया जाता है।"
भाषा
शुभम