फरीदाबाद: बहू की गला घोंटकर हत्या करने और शव को घर के बाहर दफनाने के आरोप में ससुर गिरफ्तार
जितेंद्र माधव
- 21 Jun 2025, 09:03 PM
- Updated: 09:03 PM
फरीदाबाद, 21 जून (भाषा) हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस ने दो महीने पहले बहू की हत्या कर शव को अपने ही घर के सामने दफनाने का गुनाह कबूल करने पर 54 वर्षीय ससुर को गिरफ्तार कर लिया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रोशन नगर निवासी भूप सिंह ने अपनी बहू तन्नू कुमार की गला घोंटकर हत्या करने और उसके शव को अपने घर के सामने एक गड्ढे में दफनाने की बात कबूल की है।
अधिकारी ने बताया कि हत्या के पीछे का मकसद अब तक पता नहीं चल पाया हालांकि आरोपी का कहना है कि उसने अपनी बहू की हत्या इसलिए की क्योंकि उसने घर में दरार पैदा कर दी थी।
पुलिस ने भूप सिंह की गवाही के हवाले से बताया कि घटना 21 अप्रैल की रात को उस समय हुई, जब महिला का पति अरुण कुमार काम पर गया हुआ था और भूप सिंह की पत्नी उत्तर प्रदेश में एक शादी में गई हुई थी।
पुलिस ने बताया कि उस दिन घर में केवल भूप सिंह, उसकी बेटी काजल और तन्नू ही थे।
फरीदाबाद पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, “भूप सिंह की बेटी खाना खाने के बाद भूतल पर अपने कमरे में सोने चली गई और तन्नू भी पहली मंजिल पर अपने कमरे में सोने चली गई थी। रात में आरोपी तन्नू के कमरे में गया और उसके दुपट्टे से ही उसका गला घोंट दिया। फिर उसने शव को घर के सामने एक गड्ढे में फेंक दिया और उसे मिट्टी से ढक दिया। सुबह उसने एक राजमिस्त्री को बुलाया और गड्ढे को सीमेंट से भर दिया।”
भूप सिंह को शनिवार को शहर की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
सराय के सहायक पुलिस आयुक्त राजेश कुमार ने बताया, “हम परिवार के अन्य सदस्यों की भूमिका की पुष्टि कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि हत्या का कारण दहेज है, लेकिन मामले की जांच जारी है।”
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद की रहने वाली तन्नू कुमार का विवाह दो वर्ष पहले यहां रोशन नगर इलाके के अरुण सिंह से हुआ था।
शुक्रवार सुबह नायब तहसीलदार जसवंत सिंह के समक्ष तन्नू का शव गड्डे से निकाला गया।
तन्नू के पिता हकीम ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी शिकायत सुनने से इनकार कर दिया, जबकि उसने हाल ही में ढके गए गड्ढे को लेकर संदेह जताया था।
हकीम ने आरोप लगाया कि दहेज के लिए ससुराल पक्ष के लोगों ने उनकी बेटी को परेशान किया।
उन्होंने बताया कि शादी के बाद एक साल तक तन्नू को अपने मायके में रहना पड़ा।
पंचायत के हस्तक्षेप के बाद तन्नू फरीदाबाद लौट आई, लेकिन मामला नहीं सुलझा।
इससे पहले, ससुराल पक्ष के लोगों ने तन्नू के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी और पुलिस को यह भी बताया था कि वह मानसिक रूप से बीमार है।
हकीम ने बताया कि जब उन्हें अपनी बेटी के लापता होने की सूचना मिली तो वह अपनी दूसरी बेटी प्रीति के साथ भूप सिंह के घर गये और घर के बाहर मिट्टी खोदकर देखी तो उन्हें कुछ गड़बड़ लगी।
पुलिस ने पहले भूप सिंह, उसकी पत्नी सोनिया, बेटे अरुण सिंह और बेटी काजल के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
शुक्रवार को बादशाह खान अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद तन्नू का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
भाषा जितेंद्र