लोकतंत्र को कायम रखना है तो इसका ‘धड़कता दिल’ विश्वविद्यालय परिसरों में होना चाहिए: सिंघवी

लोकतंत्र को कायम रखना है तो इसका ‘धड़कता दिल’ विश्वविद्यालय परिसरों में होना चाहिए: सिंघवी