आरक्षी भर्ती परीक्षा: एचपीपीएससी ने धोखाधड़ी के आरोपों को खारिज किया, दुप्रचार की निंदा की
राजकुमार माधव
- 21 Jun 2025, 10:16 PM
- Updated: 10:16 PM
शिमला, 21 जून (भाषा) पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा भर्ती परीक्षा में अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाये जाने के अगले दिन हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी) ने शनिवार को कहा कि 15 जून को पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा जिला प्रशासन की मदद से ‘‘निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से’’ आयोजित की गई थी, जिसमें "सभी निर्धारित प्रक्रियाओं और सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया था।’’
हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि हालांकि, यह संज्ञान में आया है कि वेबसाइट पर उत्तर कुंजी अपलोड होने के बाद परीक्षा केंद्रों में धोखाधड़ी/नकल के संबंध में कुछ दावे सोशल मीडिया मंचों पर प्रसारित हो रहे हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘आयोग सीसीटीवी फुटेज और परीक्षा केंद्रों से प्राप्त रिपोर्टों की समीक्षा समेत मामले की गहन जांच कर रहा है और यदि कोई अभ्यर्थी नकल करते या अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, आयोग को जिला प्रशासन, केंद्र पर्यवेक्षकों या निरीक्षण अधिकारियों से धोखाधड़ी/नकल की ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है और जिन विशेष केंद्रों पर उम्मीदवारों ने धोखाधड़ी/नकल के आरोप लगाए हैं, उनके सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर भी अभी तक इस आशय का कोई सबूत नहीं मिला है।’’
एचपीपीएससी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत सूचना के प्रसार की कड़ी निंदा की और कहा कि भ्रामक एवं असत्यापित दावे फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बयान में कहा गया है,‘‘यदि किसी अभ्यर्थी को इस परीक्षा के संचालन के संबंध में कोई शिकायत है, तो उससे अनुरोध है कि वह अपनी शिकायतों के निवारण के लिए सीधे आयोग से संपर्क करे। आयोग आश्वासन देता है कि ऐसे सभी मुद्दों की गहन जांच की जाएगी और आवश्यकतानुसार कार्रवाई शुरू की जाएगी।’’
शुक्रवार को ठाकुर ने राज्य सरकार पर पुलिस भर्ती में कथित अनियमितताओं को छिपाने का आरोप लगाया था।
यहां प्रेसवार्ता में उन्होंने दावा किया था कि पुलिस भर्ती में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की कई शिकायतें मिली हैं।
ठाकुर ने कहा था कि इस सिलसिले में गिरफ्तार किये गये दो व्यक्तियों ने कथित रूप से 34 लाख रुपये लेने की बात कबूली है।
भाषा
राजकुमार