भारतीय महिला हॉकी टीम बेल्जियम से 0-2 से हारी, यूरोपीय चरण में लगातार छठी हार
सुधीर पंत
- 22 Jun 2025, 07:43 PM
- Updated: 07:43 PM
एंटवर्प (बेल्जियम), 22 जून (भाषा) भारतीय महिला हॉकी टीम रविवार को बेल्जियम से 0-2 से हार गई जो एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में उसकी लगातार छठी हार है और टीम रेलीगेशन की कगार पर पहुंच गई।
दो गोलरहित क्वार्टर के बाद बेल्जियम ने तीसरे क्वार्टर में लगातार दो गोल करके जीत सुनिश्चित की। बेल्जियम ने शनिवार को भी भारतीय टीम को 5-1 से हराया था।
एंब्रे बेलेनघी ने 40वें मिनट में बेल्जियम को बढ़त दिलाई जबकि लिएन हिलेवार्ट ने इसके तुरंत बाद एक और गोल दागकर बेल्जियम को 2-0 से आगे कर दिया।
इस हार के बाद भारत 14 मैच में 10 अंक के साथ तालिका में नौवें और अंतिम स्थान पर है।
दूसरी तरफ इस जीत की बदौलत बेल्जियम की टीम शीर्ष पर चल रहे नीदरलैंड और अर्जेन्टीना के बाद तीसरे स्थान पर बरकरार है।
भारत और बेल्जियम दोनों ने पहले हाफ में आक्रामक इरादे दिखाए। एक-दूसरे की रक्षापंक्ति को परखा। भारत को दो पेनल्टी कॉर्नर भी मिले लेकिन टीम गोल नहीं कर सकी।
बेल्जियम ने अधिक बार भारतीय सर्कल में प्रवेश किया लेकिन शुरुआती दो क्वार्टर में गोल करने में सफलता नहीं मिली।
पहला क्वार्टर खत्म होने से छह मिनट पहले भारत की रक्षा पंक्ति की गलती से बेल्जियम को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। पेनल्टी कॉर्नर लेने के बाद बेल्जियम को पेनल्टी स्ट्रोक मिला लेकिन वीडियो रैफरल के बाद अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा।
दूसरे क्वार्टर में भारत ने कुछ अच्छे मूव बनाए। कप्तान सलीमा टेटे ने गोल की ओर कुछ शॉट लगाए लेकिन बेल्जियम की रक्षा पंक्ति को भेदने में विफल रहीं।
मध्यांतर से पहले दोनों टीमों के बीच करीबी मुकाबला था लेकिन तीसरे क्वार्टर में भारत ने लय खो दी।
भारत को शुरुआत में ही पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन एक बार फिर नाकामी हाथ लगी।
बेल्जियम को हालांकि इसके बाद जब पेनल्टी कॉर्नर मिला तो टीम ने गलती नहीं की और एंब्रे के शॉट को भारतीय गोलकीपर सविता ने रोका लेकिन रिबाउंड पर उन्होंने गेंद को गोल में डाल दिया।
भारत को भी इसके बाद पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम इसे भी गोल में नहीं बदल सकी।
बेल्जियम को तुरंत बाद एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार हिलेवार्ट ने डिफलेक्ट होकर आई गेंद को गोल में पहुंचाकर स्कोर 2-0 किया।
दो गोल से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम ने वापसी की कोशिश की लेकिन नेहा, सलीमा, नवनीत और रुतुजा के सही स्थिति में होने के बावजूद गोल करने में सफलता नहीं मिली।
भारतीय टीम पूरे सत्र में सिर्फ दो जीत ही दर्ज कर पाई है और उस पर रेलीगेशन का खतरा मंडरा रहा है।
भारत अब रेलीगेशन से बचने के लिए अगले सप्ताहांत चीन के खिलाफ लगातार दो जीत दर्ज करने की कोशिश करेगा।
भाषा सुधीर