अमेरिका ने अपने नागरिकों से भारत यात्रा के दौरान ‘अधिक सावधानी’ बरतने का आग्रह किया
शफीक नेत्रपाल
- 22 Jun 2025, 10:47 PM
- Updated: 10:47 PM
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 22 जून (भाषा) अमेरिका ने भारत की यात्रा करने वाले अपने नागरिकों के लिए एक परामर्श जारी किया है, जिसमें अपराध और बलात्कार की घटनाओं के कारण ‘‘अधिक सावधानी’’ बरतने का आग्रह किया गया है तथा आतंकवाद के कारण देश के मध्य और पूर्वी भागों की यात्रा न करने की सलाह दी गई है।
पिछले सप्ताह जारी यात्रा परामर्श में कहा गया कि ‘‘बलात्कार भारत में सबसे तेजी से बढ़ते अपराधों में से एक है’’ तथा पर्यटक स्थलों और अन्य स्थानों पर यौन उत्पीड़न सहित हिंसक अपराध के मामले सामने आते हैं।
इसमें कहा गया है कि पर्यटक स्थलों, परिवहन केंद्रों, बाजारों/शॉपिंग मॉल और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने वाले आतंकवादी बिना किसी चेतावनी के हमला कर सकते हैं।
सोलह जून को जारी परामर्श में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार के पास ग्रामीण क्षेत्रों में अपने नागरिकों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने की सीमित क्षमता है, जो पूर्वी महाराष्ट्र और उत्तरी तेलंगाना से लेकर पश्चिमी पश्चिम बंगाल तक फैले हुए हैं।
परामर्श में अमेरिकी नागरिकों से यह भी कहा गया है कि वे ‘‘आतंकवाद के मद्देनजर’’ मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों की यात्रा न करें।
इसमें कहा गया है कि माओवादी चरमपंथी समूह या नक्सली भारत के एक बड़े क्षेत्र में सक्रिय हैं जो पूर्वी महाराष्ट्र और उत्तरी तेलंगाना से लेकर बंगाल के पश्चिमी हिस्से तक फैला हुआ है।
परामर्श में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ और झारखंड के ग्रामीण इलाकों में भारत सरकार के अधिकारियों पर छिटपुट रूप से हमले होते रहते हैं, जो तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की सीमा से सटे हैं।
इसमें कहा गया है कि ओडिशा के दक्षिण-पश्चिमी इलाके भी प्रभावित हैं।
परामर्श में कहा गया कि भारत में काम करने वाले अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों को बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मेघालय, ओडिशा के ज्यादातर इलाकों में जाने से पहले अनुमति लेनी चाहिए। इसमें कहा गया है कि इन राज्यों की राजधानी की यात्रा के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है।
अमेरिकी नागरिकों को जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर की यात्रा न करने की भी सलाह दी गई है।
इसने अपने नागरिकों को आतंकवाद और नागरिक अशांति के कारण केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की यात्रा न करने की सलाह दी है।
भाषा शफीक