झारखंड में कोयला खदान का एक हिस्सा ढहने से चार लोगों की मौत
धीरज माधव
- 05 Jul 2025, 09:28 PM
- Updated: 09:28 PM
(तस्वीरों के साथ)
रामगढ़, पांच जुलाई (भाषा)झारखंड के रामगढ़ जिले में बंद पड़ी कोयला खदान में शनिवार को अवैध खनन के दौरान एक हिस्सा ढह जाने से चार लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना जिले के कुजू चौकी के कर्मा इलाके में शनिवार तड़के घटी।
रामगढ़ के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) परमेश्वर प्रसाद ने कहा, ‘‘दुर्घटना स्थल से चार शव बरामद कर लिये गए हैं...।’’
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान मोहम्मद इम्तियाज, रामेश्वर मांझी, वकील करमाली और निर्मल मुंडा के रूप में हुई है। ये सभी लोग आस-पास के गांवों के रहने वाले थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मलबा हटाने के बाद राहत एवं बचाव अभियान रोक दिया गया है।
प्रसाद ने बताया, ‘‘मलबा हटा दिया गया है, इसलिए अंदर किसी व्यक्ति के फंसे होने की कोई संभावना नहीं है।’’
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजय कुमार ने बताया कि यह घटना सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की एक बंद पड़ी कोयला खदान में हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘कंपनी के पास ऐसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए अपने सुरक्षाकर्मी हैं। हमें जानकारी मिलने के बाद हमने सीसीएल को अपना सहयोग दिया।’’
अधिकारियों ने बताया कि घटना के विरोध में ग्रामीणों का एक वर्ग सीसीएल कर्मा परियोजना कार्यालय के निकट प्रदर्शन कर रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने सीसीएल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये और घायलों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।
एक ग्रामीण मोहम्मद कलाम ने कहा, ‘‘कंपनी ने खदान को खुला छोड़ दिया। गरीब ग्रामीण खाना पकाने के लिए कोयला निकालने गए और यह हादसा हो गया। अगर खदान के आसपास अवरोधक लगाए जाते और पर्याप्त सुरक्षा होती तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।’’
मुआवजे को लेकर ग्रामीणों और सीसीएल प्रबंधन के बीच बैठक भी हुई, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला।
कुजू पुलिस चौकी प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि घटना के समय कुछ ग्रामीण कोयला खनन के अवैध कार्य में संलिप्त थे।
अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने घटना को लेकर सीसीएल प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि राज्य सरकार को समझदारी से काम लेना चाहिए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार अनभिज्ञ है और उसका ऐसी घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। मैं राज्य सरकार से ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई करने का आग्रह करूंगी।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई के प्रमुख और विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
मरांडी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं इस खबर से बहुत दुखी हूं। हमारे कई मजदूर भाइयों के अवैध कोयला खदानों में दबे होने की आशंका है। मैं ईश्वर से उनकी सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं तथा शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
मरांडी ने यह भी दावा किया कि यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या थी।
मरांडी ने आरोप लगाया, ‘‘यह सब भ्रष्ट और अक्षम सरकार की लापरवाही के कारण है, जो दिनदहाड़े चल रहे अवैध कारोबार पर आंखें मूंदे बैठी है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सीसीएल ने खदान बंद कर दी थी, लेकिन कोयला माफिया ने इसे फिर से खोल दिया।
भाषा धीरज