पटनायक ने माली से अपहृत ओडिशा के युवक की शीघ्र रिहाई के लिए जयशंकर से मदद मांगी
देवेंद्र सुरेश
- 05 Jul 2025, 09:20 PM
- Updated: 09:20 PM
भुवनेश्वर/ब्रह्मपुर, पांच जुलाई (भाषा) बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख नवीन पटनायक ने पश्चिम अफ्रीकी देश माली में चरमपंथियों द्वारा कथित रूप से अपहृत ओडिशा निवासी पी. वेंकटरमन की शीघ्र और सुरक्षित रिहाई के लिए शनिवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर से व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने की मांग की।
पटनायक ने वेंकटरमन (28) की मां द्वारा गंजाम जिले के हिंजिली के एक स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद जयशंकर से इस मामले में हस्तक्षेप किये जाने की मांग की।
वेंकटरमन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के निवासी हैं। बीजद प्रमुख इस सीट से वर्ष 2000 से लगातार छह बार निर्वाचित हुए हैं।
पटनायक ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘यह जानकर चिंता हुई कि गंजाम जिले के हिंजिलिकट ब्लॉक के पी. वेंकटरमन को अफ्रीकी देश माली में चरमपंथियों द्वारा अपहरण कर लिया गया है। तब से उनसे संपर्क नहीं हो पाया है, जिससे उनका परिवार गहरी चिंता में है। विदेश मंत्री एस जयशंकर से अनुरोध है कि वह व्यक्तिगत रूप से मामले में हस्तक्षेप करें और उपकी शीघ्र और सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करें।’’
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब प्रकाश में आई, जब वेंकटरमन की मां पी. नरसमा ने शुक्रवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह अपने बेटे से संपर्क नहीं कर पा रही हैं, जो माली में एक सीमेंट फैक्ट्री में काम करता है।
नरसमा ने कहा, ‘‘मैं अपने बेटे को लेकर बहुत चिंतित हूं। मैंने सरकार से उसकी (बेटे की) सुरक्षित रिहाई का अनुरोध किया है।’’
नयी दिल्ली में ओडिशा के प्रधान स्थानीय आयुक्त विशाल गगन ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हम इस घटना के बारे में विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास के साथ निकटता से समन्वय कर रहे हैं और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि ओडिशा के एक युवक के कथित अपहरण के बारे में सोशल मीडिया पर क्लिप सामने आने के बाद दिल्ली स्थित स्थानीय आयुक्त ने माली स्थित भारतीय दूतावास से आवश्यक कार्रवाई के लिए अनुरोध किया है।
नरसमा ने दावा किया कि उसने अपने बेटे से आखिरी बार 30 जून को फोन पर बात की थी तथा तब से उसका फोन बंद है।
भारत ने बुधवार को माली के विभिन्न हिस्सों में सिलसिलेवार हमलों के बीच तीन भारतीय नागरिकों का अपहरण होने पर गहरी चिंता व्यक्त की थी।
विदेश मंत्रालय ने दो जुलाई को एक बयान में कहा था, "एक जुलाई को हथियारबंद हमलावरों के एक समूह ने फैक्टरी परिसर पर सुनियोजित हमला किया और वहां काम कर रहे तीन भारतीय नागरिकों को जबरन बंधक बना लिया।"
बयान में कहा गया था, ‘‘भारत सरकार हिंसा के इस निंदनीय कृत्य की स्पष्ट रूप से निंदा करती है तथा माली गणराज्य की सरकार से अपहृत भारतीय नागरिकों की सुरक्षित और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आह्वान करती है।"
भाषा
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