करोल बाग में आग से तबाह विशाल मेगा मार्ट से दो शव बरामद
शुभम दिलीप
- 05 Jul 2025, 10:41 PM
- Updated: 10:41 PM
नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) मध्य दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार शाम लगी आग में दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, कुमार धीरेंद्र प्रताप (25) नाम के व्यक्ति का शव लिफ्ट के अंदर मिला। पुलिस ने आशंका जतायी है कि आग के दौरान फंस जाने के कारण उसकी मौत दम घुटने से हुई।
दूसरे मृत व्यक्ति की पहचान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी 30 वर्षीय पवन गौतम के रूप में हुई है। बाद में कूलिंग अभियान के दौरान उसका शव इमारत से बरामद किया गया। वह लैब टेस्टिंग एमटी के रूप में काम करता था और राजेंद्र नगर में अपनी पत्नी के साथ किराए के मकान में रहता था।
अग्निशमन विभाग और पुलिस के अनुसार, शुक्रवार शाम 6:44 बजे पदम सिंह रोड पर स्थित चार मंजिला व्यावसायिक इमारत की दूसरी मंजिल से आग लगने की सूचना मिली।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के समय कम से कम 50 लोग परिसर के अंदर मौजूद थे। एक सुरक्षा गार्ड ने धुआं देखा और अलार्म बजाकर सभी को तुरंत बाहर निकलने के लिए कहा।
घटना के दौरान मौजूद 32 वर्षीय अभिषेक ने कहा, ‘‘वहां अफरा-तफरी मच गई। गार्ड शोर मचाता रहा कि ‘भागो भागो, आग लग गई है’। लोग सीढ़ियों का उपयोग करके बाहर भागे और कुछ आपातकालीन द्वार से बाहर निकलने में कामयाब रहे।’’
हालांकि, धीरेंद्र लिफ्ट के जरिये भागने की कोशिश की, लेकिन अंदर फंस गया। उसके अंतिम क्षण उसके बड़े भाई को भेजे गए हताश भरे लिखित संदेश में दर्ज हैं। शाम 6:51 बजे उसने सबसे पहले लिखा, ‘‘भैया... हम लिफ्ट में हैं। गैस के बीच फंस गये हैं। करोल बाग मेगा मार्ट।’’
उसका अंतिम संदेश था, ‘‘अब सांस फूल रही है। कुछ करो।’’ इसके बाद कोई संदेश नहीं भेजा गया। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आग ने मुख्य रूप से दूसरी मंजिल को प्रभावित किया, जहां काफी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ का भंडार था।
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग मुख्य रूप से दूसरी मंजिल पर लगी, जहां भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे।
एक अग्निशमन अधिकारी ने कहा, "बड़ी मात्रा में कपड़े और पैकेजिंग सामग्री होने के कारण आग तेजी से फैल गई। परिसर में धुआं भर गया, जिससे बचाव कार्य और अधिक कठिन हो गया।"
आग पर काबू पाने के लिए 13 दमकल गाड़ियां और करीब 90 अग्निशमन कर्मियों को तैनात किया गया। आग बुझाने का काम कई घंटों तक चला, जो शनिवार की सुबह तक जारी रहा।
अधिकारियों ने कहा कि इमारत के अंदर अपर्याप्त वेंटिलेशन ने आग बुझाने के प्रयास को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया और अंदर धुआं लंबे समय तक बना रहा।
हालांकि, आग लगने का सही कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को संभावित कारण बताया जा रहा है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा और फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की एक टीम ने साक्ष्य एकत्र करने के लिए घटनास्थल का दौरा किया।
जांच में शामिल एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रारंभिक जांच में एक इलेक्ट्रिक पैनल के पास जलने के निशान दिखाई दिए हैं। हालांकि, हम स्रोत की पुष्टि करने के लिए विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि लापरवाही से संबंधित धाराओं सहित भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लिस यह भी जांच कर रही है कि घटना के समय सुरक्षा उपाय—जैसे कि काम कर रहे अग्नि निकास, अग्निशामक यंत्र और अलार्म—उपलब्ध और क्रियाशील थे या नहीं।।
सूत्रों के अनुसार, अधिकारी मॉल प्रबंधन और इमारत के मालिक से अग्नि सुरक्षा अनुपालन के बारे में पूछताछ कर सकते हैं। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अनिवार्य अग्नि सुरक्षा मंजूरी को अद्यतन नहीं किया गया है।
आग और हताहतों की खबर फैलते ही आसपास के बाजारों के कई दुकानदार और स्थानीय निवासी इमारत के बाहर एकत्र हो गए।
एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, "यह चौंकाने वाली बात है। यह इलाका भीड़भाड़ वाला है और अग्निशमन विभाग को अपनी गाड़ियां पास लाने में भी परेशानी हुई। अगर और लोग अंदर फंस गए होते, तो स्थिति और भी खराब हो सकती थी।"
फिलहाल धीरेंद्र प्रताप का परिवार गमगीन है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले धीरेंद्र खुदरा स्टोर में काम करते थे और दिल्ली में रिश्तेदारों के साथ रह रहे थे। उनके भाई को जब उनका संदेश मिला, तो वह तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्हें समय पर कोई मदद नहीं मिल पाई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मॉल के अंदर, आस-पास की दुकानों और यातायात चौराहों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। ऐसा न केवल अंदर मौजूद लोगों की गतिविधियों का पता लगाने के लिए, बल्कि यह भी जानने के लिए किया जा रहा है कि कहीं इसका संबंध किसी आपराधिक लापरवाही या दुर्भावना पूर्ण कृत्य से तो नहीं है।
उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है।
भाषा
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