महाराष्ट्र : शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने मुंबई में एक कैंटीन कर्मचारी को थप्पड़ मारा
गोला मनीषा
- 09 Jul 2025, 12:12 PM
- Updated: 12:12 PM
मुंबई, नौ जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ ने बासी भोजन परोसे जाने को लेकर मुंबई में विधायक हॉस्टल के कैंटीन के एक कर्मचारी को कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया।
मंगलवार रात को हुई इस घटना के बाद बुलढाणा के विधायक गायकवाड़ ने कहा कि उन्हें परोसे गये भोजन की गुणवत्ता खराब थी और वह इस मुद्दे को महाराष्ट्र विधानसभा के मौजूदा मानसून सत्र के दौरान उठाएंगे।
बहरहाल, कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस बर्ताव के लिए गायकवाड़ की आलोचना की है।
यह घटना ‘आकाशवाणी एमएलए’ हॉस्टल में हुई और इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है।
वीडियो में विधायक संजय गायकवाड़ कैंटीन संचालक को फटकार लगाते हुए, बिल के भुगतान से इनकार करते हुए और ‘बिलिंग काउंटर’ पर बैठे कर्मचारी को थप्पड़ मारते हुए नजर आ रहे हैं।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए गायकवाड़ ने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से कहा, ‘‘मैंने दो-तीन बार पहले भी भोजन की खराब गुणवत्ता की शिकायत की थी। लेकिन इस बार तो भोजन बिल्कुल खराब था। मैं यह मुद्दा विधानसभा के मौजूदा सत्र में जरूर उठाऊंगा।’’
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार रात को गायकवाड़ ने विधायक हॉस्टल के कैंटीन से खाना मंगवाया था। जब उनके कमरे में दाल और चावल पहुंचा, तो वह बासी और बदबूदार लगा।
उन्होंने बताया कि इससे नाराज होकर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायक गायकवाड़ सीधे कैंटीन में पहुंचे और उनकी वहां प्रबंधक से तीखी बहस हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विधायक भोजन की गुणवत्ता को लेकर बेहद गुस्से में थे और उन्होंने वहां मौजूद अन्य लोगों से भी कहा कि वे इस खाने का बिल न चुकाएं। बहस के दौरान उन्होंने कैंटीन संचालक को थप्पड़ भी मार दिया।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने गायकवाड़ के इस बर्ताव के लिए उनकी आलोचना की।
चतुर्वेदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘शाह सेना के विधायक संजय गायकवाड़ से मिलिए। पिछले साल इन्होंने यह धमकी दी थी और ऐलान किया था कि जो भी राहुल गांधी की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख रुपये इनाम में देंगे। अब यही व्यक्ति एक गरीब और असहाय कैंटीन कर्मचारी को पीटते हुए नजर आ रहा है। लेकिन ठहरिए, यहां किसी समाचार चैनल पर रोष या बहस नहीं दिखाई दे रही, शायद इसलिए क्योंकि यह भाजपा के सहयोगी दल से हैं।’’
गायकवाड़ पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में रह चुके हैं। उन्होंने पिछले साल सितंबर में कहा था कि जो कोई भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आरक्षण प्रणाली को खत्म करने संबंधी टिप्पणी के कारण उनकी जुबान काटेगा, वह उसे 11 लाख रुपये का इनाम देंगे।
बुलढाणा पुलिस ने बाद में उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया था।
इस साल अप्रैल में, संजय गायकवाड़ ने पुलिस को लेकर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की फटकार के बाद उन्होंने खेद जताया था। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी थी कि यदि विधायक भविष्य में अपनी भाषा संयमित नहीं रखेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले, पिछले साल मार्च में गायकवाड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया था जिसमें वह एक युवक को डंडे से पीटते हुए दिखाई दे रहे थे। इस पर विपक्ष ने उनकी कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है।
गायकवाड़ ने बाद में कहा कि उन्होंने युवक को इसलिए पीटा क्योंकि वह एक असामाजिक गिरोह का हिस्सा था और उसने एक पुलिसकर्मी पर हमला किया था।
भाषा
गोला