गुरुग्राम टेनिस खिलाड़ी हत्या मामला: गोलीबारी के समय पीड़िता की मां उसी मंजिल पर थी
जोहेब नरेश
- 11 Jul 2025, 05:06 PM
- Updated: 05:06 PM
(आरोपी की तस्वीर के साथ)
गुरुग्राम, 11 जुलाई (भाषा) गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि वह पूर्व टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या मामले की सभी संभावित पहलुओं से जांच कर रही है, जिसमें यह भी शामिल है कि घटना के समय उसकी मां क्या कर रही थीं।
राधिका के चाचा कुलदीप यादव की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, घटना के समय राधिका की मां मंजू यादव मकान की पहली मंजिल पर ही मौजूद थीं।
गुरुग्राम के पॉश इलाके सुशांत लोक में स्थित अपने दो मंजिला मकान में बृहस्पतिवार को दीपक यादव ने अपनी बेटी राधिका (25) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद में दीपक यादव (49) ने बेटी की हत्या की बात कबूल कर ली, फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
राधिका यादव पिछले साल एक संगीत वीडियो में नजर आई थीं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हो सकता है कि इस संगीत वीडियो की वजह से घर में तनाव पैदा हुआ हो, इसलिए वह इस पहलू की भी जांच करेंगे।
अधिकारियों के अनुसार, दीपक यादव ने कबूल किया कि उसने राधिका पर गोली चलाई क्योंकि उसे अक्सर उसकी कमाई पर निर्भर रहने के लिए ताना मारा जाता था। पुलिस ने एक बयान में दावा किया कि राधिका द्वारा संचालित टेनिस अकादमी ही दोनों के बीच विवाद का कारण थी।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप सिंह ने कहा, “उसके पिता इससे खुश नहीं थे।”
उन्होंने कहा कि दीपक ने खुलासा किया है कि उसे अपनी बेटी द्वारा टेनिस अकादमी चलाने पर आपत्ति थी, जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था।
प्रवक्ता ने कहा, “कई बार दीपक ने राधिका को अकादमी बंद करने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं मानी। गुस्से में आकर दीपक ने राधिका को तीन बार गोली मारी।”
पुलिस ने दावा किया कि आरोपी को लगता था कि वह आर्थिक रूप से संपन्न है और किराये से भी कमाता है, इसलिए उसकी बेटी को अकादमी चलाने की कोई जरूरत नहीं है।
शुक्रवार को गुरुग्राम की एक अदालत ने दीपक यादव को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अदालत के बाहर, पुलिस के एक अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने आरोपी की दो दिन की हिरासत मांगी है।
उन्होंने कहा, “हमें उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर की गोलियां बरामद करनी हैं। हमें यह सत्यापित करना है कि उसके पास कितनी गोलियां थीं।"
यह पूछे जाने पर कि गोलियां कहां से बरामद की जानी हैं तो अधिकारी ने कहा, “आरोपी की रेवाड़ी के पास कसम गांव में जमीन है। हमें गोलियां वहीं से लानी है।”
मीडियाकर्मियों के एक समूह ने अदालत से बाहर आते समय आरोपी से कई सवाल पूछे, लेकिन पुलिस ने उसे तुरंत गाड़ी में बैठा दिया।
प्राथमिकी में, कुलदीप यादव ने कहा कि दीपक, उनकी पत्नी मंजू और बेटी राधिका सेक्टर 57 स्थित मकान की पहली मंजिल पर जबकि वह (कुलदीप) अपने परिवार के साथ भूतल पर रहते हैं।
प्राथमिकी में कहा गया है कि बृहस्पतिवार सुबह लगभग 10:30 बजे, उन्होंने अचानक एक "तेज आवाज" सुनी और पहली मंजिल पर पहुंचे।
कुलदीप ने कहा, "मैंने अपनी भतीजी राधिका को रसोई में खून से लथपथ देखा और रिवॉल्वर ड्राइंग रूम में मिली। मेरा बेटा पीयूष यादव भी दौड़ता हुआ पहली मंजिल पर पहुंचा। हम दोनों राधिका को उठाकर अपनी कार में सेक्टर 56 में स्थित एशिया मैरिंगो अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।"
इससे पहले, पुलिस ने बताया था कि घटना अपराह्न करीब दो बजे हुई जब राधिका पहली मंजिल पर रसोई में खाना बना रही थी।
कुलदीप यादव ने बताया कि घटना के समय घर की पहली मंजिल पर केवल दीपक, उसकी पत्नी और बेटी ही थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि घटना के समय दीपक का बेटा धीरज वहां मौजूद नहीं था और यह बात प्राथमिकी में दर्ज है।
पुलिस के अनुसार, दीपक ने कम से कम पांच गोलियाँ चलाईं, जिनमें से तीन राधिका की पीठ में लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पहले कहा गया था कि राधिका की मां भूतल पर थीं और गोलियों की आवाज सुनकर ऊपर की ओर दौड़ीं। उनके अनुसार, गोलियों की आवाज प्रेशर कुकर के फटने जैसी थी।
पूर्व टेनिस खिलाड़ी के चाचा कुलदीप ने पुलिस से कहा, "मेरी भतीजी एक बहुत अच्छी टेनिस खिलाड़ी थी और उसने कई ट्रॉफियां जीती थीं। मेरी समझ नहीं आ रहा कि उसकी हत्या क्यों की गई ? मेरे भाई के पास लाइसेंस वाली .32 बोर की रिवॉल्वर है। वह वहीं पड़ी थी।"
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वे सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें यह पहलू भी शामिल है कि हत्या के समय पूर्व टेनिस खिलाड़ी की मां क्या कर रही थीं।
अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ की वेबसाइट के अनुसार, राधिका यादव ने इस साल की शुरुआत में इंदौर और कुआलालंपुर में टूर्नामेंट खेले थे, लेकिन ये क्वालीफाइंग प्रतियोगिताएं थीं, मुख्य प्रतिस्पर्धा नहीं थीं।
भाषा जोहेब