मान ने विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया के बाद कहा, क्या उन्हें विदेश नीति के बारे में पूछने का हक नहीं
सुभाष दिलीप
- 11 Jul 2025, 10:00 PM
- Updated: 10:00 PM
चंडीगढ़, 11 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं की आलोचना को विदेश मंत्रालय द्वारा ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ करार दिये जाने के एक दिन बाद, शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया और उनसे 140 करोड़ भारतीयों की ‘‘चिंताओं को दूर’’ करने को कहा।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया पर मान ने कहा कि क्या उन्हें विदेश नीति के बारे में सवाल पूछने का अधिकार नहीं है।
विदेश मंत्रालय ने मोदी की विदेश यात्राओं की मान द्वारा की गई आलोचना को बृहस्पतिवार को ‘‘गैर-जिम्मेदाराना’’ करार दिया था।
मान का नाम लिए बिना मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार ‘‘राज्य के एक उच्च पदाधिकारी’’ द्वारा की गई उन अवांछित टिप्पणियों से खुद को अलग करती है, जिसमें मित्र देशों के साथ भारत के संबंधों की अनदेखी की गई है।
पंजाब विधानसभा के दूसरे दिन भाखड़ा-नांगल परियोजना में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) कर्मियों की तैनाती के खिलाफ प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए मान ने फिर से कहा कि प्रधानमंत्री के पास 140 करोड़ भारतीयों की चिंताओं को दूर करने के लिए समय नहीं है, लेकिन उनके पास विदेश दौरे के लिए वक्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। क्या हमें प्रधानमंत्री से विदेश नीति के बारे में पूछने का अधिकार नहीं है? क्या वे जिन देशों का दौरा करते हैं, वे बाद में हमारे देश का समर्थन करते हैं? जब पाकिस्तान के साथ हमारे संबंध खराब हुए, तो क्या कोई देश हमारे साथ खड़ा हुआ।’’
मान ने कहा, ‘‘वह मैग्नेशिया, तर्वेशिया, गरवेशिया जैसे देशों का दौरा करते हैं, पता नहीं ये देश कहां हैं। प्रधानमंत्री साहब को वहां के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया। वहां की जनसंख्या कितनी है? 9,500 है। मैंने कहा कि यहां बहुत से लोग सिर्फ जेसीबी मशीन (मिट्टी हटाने वाली मशीन) देखने के लिए एकत्र हो जाते हैं।’’
उन्होंने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया था कि वह मात्र 10,000 की आबादी वाले देश से सम्मान प्राप्त कर खुश हो रहे हैं, जबकि अपने देश के ज्वलंत मुद्दों की ‘‘उपेक्षा’’ कर रहे हैं।
मान ने कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री जी घाना गए हैं? क्या वह घाना से वापस आ गए हैं? क्या वह आज वापस आएंगे? देश लौटने पर उनका स्वागत किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘... वह इस देश में नहीं ठहर रहे हैं, जहां 140 करोड़ लोग रहते हैं। वह जिन देशों का दौरा कर रहे हैं, उनकी आबादी 10,000 है। और उन्हें वहां के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया। यहां, 10,000 लोग जेसीबी मशीन (मिट्टी हटाने वाली मशीन) देखने के लिए एकत्र हो जाते हैं।’’
मोदी ब्राजील, घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया की यात्रा के बाद बृहस्पतिवार को स्वदेश लौट आए।
शुक्रवार को सदन में चर्चा के दौरान मान ने यह भी कहा, ‘‘जहां 140 करोड़ लोग रहते हैं, आप वहां रहें और उनकी समस्याओं का समाधान करें। यदि आप दो देशों (रूस और यूक्रेन) के बीच युद्ध रोक सकते हैं, तो पंजाब और हरियाणा के बीच (नदी जल) विवाद को समाप्त क्यों नहीं कर सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां उन्हें यह नहीं दिखता। हरियाणा हमारा छोटा भाई है। वे चाहते हैं कि हम लड़ें।’’
मान ने प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्राओं का मजाक उड़ाते हुए कहा, ‘‘पहले लोगों की बुनियादी जरूरतें सुनिश्चित करें, फिर विश्वगुरु बनें। ऐसा लगता है कि वह हवाई यात्रा के दौरान जिस देश के ऊपर से गुजर रहे हैं, उसके बारे में पूछने के ठीक बाद वहां विमान उतार देते हैं। वह पाकिस्तान में उतरे और वहां बिरयानी खाई। हम पाकिस्तान नहीं जा सकते, लेकिन वह वहां जा सकते हैं।’’
बाद में, मीडिया से बात करते हुए मान ने फिर से पूछा, ‘‘क्या मुझे विदेश नीति के बारे में सवाल करने का अधिकार नहीं है कि आप वहां क्या करने जा रहे हैं? आपने वहां क्या किया है? हमें बताएं। क्या हमें अधिकार नहीं है?’’
मान ने कहा, ‘‘मैंने विदेश नीति के बारे में जानना चाहा कि आप जहां भी जाते हैं, अदाणी का कारोबार वहीं क्यों शुरू होता है? इसका मतलब है कि वह उन्हें वहां ले जाते हैं। आप यह क्यों नहीं स्वीकार करते कि आप वहां किसी का कारोबार कराने जाते हैं? क्या हमें पूछने का अधिकार नहीं है? हम पूछेंगे। मैं आगे भी उनसे पूछूंगा।’’
गैंगस्टरों पर एक सवाल का जवाब देते हुए, मान ने केंद्र पर गुजरात की जेलों में गैंगस्टरों को रखकर उन्हें संरक्षण देने का आरोप लगाया।
यह पूछे जाने पर कि क्या गुजरात की साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर को पेशी वारंट पर पंजाब लाया जा सकता है, मान ने लॉरेंस बिश्नोई का स्पष्ट रूप से जिक्र करते हुए कहा कि उसे कानून के अनुसार राज्य में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संगठित अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा उनके खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
मान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया, ‘‘अगर 'तड़ीपार' गृह मंत्री बन सकता है, तो क्या उम्मीद की जा सकती है।’’
भाषा सुभाष