पंजाब भाजपा के नये कार्यकारी अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री मान पर साधा निशाना
धीरज प्रशांत
- 13 Jul 2025, 08:10 PM
- Updated: 08:10 PM
चंडीगढ़, 13 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं पर मुख्यमंत्री भगवंत मान की टिप्पणी के लिए रविवार को उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा का मान ने इस्तेमाल किया है, वह उनके पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है।
उन्होंने पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया, ‘‘पिछले तीन साल से राज्य में सरकार नहीं, बल्कि सर्कस चल रहा है। मुख्यमंत्री को अपने शब्दों पर नियंत्रण नहीं है।’’
शर्मा ने कार्यभार संभालने के बाद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ‘सड़क छाप’ भाषा बोलेंगे तो उन्हें उसी भाषा में जवाब मिलेगा।
पठानकोट के विधायक शर्मा ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि विनम्र तरीके से कैसे बात करनी है, लेकिन अगर वह इसी तरह की भाषा बोलते हैं, तो उन्हें उसी भाषा में जवाब मिलेगा।’’
कार्यभार संभालने के मौके पर पंजाब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, अन्य नेता मनोरंजन कालिया, परनीत कौर, अविनाश राय खन्ना, विजय सांपला, सोम प्रकाश, पूर्व मंत्री मनप्रीत बादल, तीक्ष्ण सूद, सुरजीत ज्याणी, राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी समेत पार्टी के कई प्रमुख नेता मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि राजनीति में हर पार्टी, हर व्यक्ति अपने विचार जनता के सामने रखता है, लेकिन लड़ाई राजनीतिक विचारधाराओं की है, व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता या दुश्मनी की नहीं।
शर्मा ने मान की आलोचना करते हुए कहा कि ‘‘ऐसी भाषा’’ एक ऐसे व्यक्ति की ओर से आ रही है जो एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं और जिनके पिता शिक्षक रहे हैं। उन्होंने कहा कि मान जिस पद पर हैं, उन्हें ऐसी भाषा शोभा नहीं देती।
उन्होंने आरोप लगाया कि वह (मान) मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उनमें न तो शिष्टाचार है, न ही शब्दों के प्रयोग पर नियंत्रण है और न ही संवैधानिक संस्थाओं के प्रति कोई सम्मान है।
उन्होंने कहा, ‘‘किसी देश का प्रधानमंत्री सिर्फ एक व्यक्ति नहीं होता है, बल्कि वह देश का गौरव होता है। मैं मुख्यमंत्री द्वारा गृह मंत्री के बारे में कही गई बातों की भी निंदा करता हूं।’’
भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी राज्य की आप सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को मजबूत नेतृत्व की जरूरत है, नौटंकी की नहीं।’’
भाजपा के कई नेताओं ने मोदी की विदेश यात्राओं को लेकर मान द्वारा की गई हाल की टिप्पणियों की आलोचना की है। विदेश मंत्रालय ने भी उनकी टिप्पणियों को ‘‘गैर-जिम्मेदाराना’’ और ‘‘अनुचित’’ बताया था।
विदेश मंत्रालय ने मान का नाम लिए बिना कहा था कि भारत सरकार एक ‘‘उच्च पदस्थ व्यक्ति’ द्वारा की गई टिप्पणी से खुद को अलग करती है, जिसने मित्र देशों के साथ भारत के संबंधों को कमजोर किया है।
मान ने बृहस्पतिवार को मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि वह केवल 10,000 की आबादी वाले देश से मिले सम्मान का जश्न मना रहे हैं, जबकि 140 करोड़ भारतीयों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय द्वारा बयान को खारिज किये जाने के बावजूद मान ने शुक्रवार को पंजाब विधानसभा में फिर से यह मुद्दा उठाया और कहा कि उन्हें विदेश नीति पर सवाल उठाने का अधिकार है।
शर्मा ने कहा, ‘‘ धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मुद्दे पर विशेष विधानसभा सत्र बुलाने के बावजूद, यह अरविंद केजरीवाल के चुनाव पूर्व वादे को पूरा करने में विफल रही है, जिसमें उन्होंने बरगारी सहित बेअदबी के मामलों में फास्ट-ट्रैक अदालतों के माध्यम से 30 दिनों के भीतर न्याय सुनिश्चित करने का वादा किया था।’’
उन्होंने कहा कि आप सत्ता में आने के 30 दिनों के भीतर मादक पदार्थ की समस्या को समाप्त करने अपने प्रमुख चुनावी वादे को पूरा करने में विफल रही और ध्यान भटकाने के लिए ‘‘युद्ध नाशियां विरुद्ध’’ अभियान शुरू किया। शर्मा ने आरोप लगाया कि नशीले पदार्थों के तस्कर अब भी सक्रिय हैं।
भाषा धीरज