विमान हादसे पर एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट में कोई यांत्रिक, रखरखाव समस्या नहीं पायी गयी : सीईओ
गोला नरेश
- 14 Jul 2025, 03:01 PM
- Updated: 03:01 PM
नयी दिल्ली, 14 जुलाई (भाषा) एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैम्पबेल विल्सन ने सोमवार को कहा कि पिछले महीने अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर वायु यान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई यांत्रिक या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पायी गयी है तथा इसके अनिवार्य रखरखाव संबंधी सभी कार्य पूरे किए जा चुके थे।
अहमदाबाद में 12 जून को हुई इस दुर्घटना के कारणों के बारे में विभिन्न वर्गों में लगायी जा रही अटकलों के बीच एअर इंडिया के सीईओ ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में न तो कोई कारण बताया गया है और न ही कोई सिफ़ारिश की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे समय से पहले कोई निष्कर्ष न निकालें क्योंकि जांच अभी पूरी नहीं हुई है।
एएआईबी ने एअर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर शनिवार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की जिसमें 12 जून को 260 लोग मारे गए थे। अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जाने वाली उड़ान संख्या एआई-171 का विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद एक दुर्घटनाग्रस्त होकर एक इमारत से टकरा गया था।
विल्सन ने सोमवार को एअर इंडिया के कर्मचारियों को दिए एक संदेश में कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई यांत्रिक या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पायी गयी है तथा अनिवार्य रखरखाव संबंधी सभी कार्य पूरे किए जा चुके थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ईंधन की गुणवत्ता में कोई समस्या नहीं थी और ‘टेक-ऑफ रोल’ में भी कुछ असामान्य नहीं था। पायलटों ने उड़ान से पहले श्वांस विश्लेषक परीक्षण पास कर लिया था और उनकी चिकित्सा स्थिति के संबंध में कुछ भी असामान्य नहीं पाया गया था।’’
‘टेक ऑफ रोल’ वह चरण होता है जब एक विमान रनवे (हवाई पट्टी) पर दौड़ता है ताकि वह उड़ान भरने के लिए पर्याप्त गति प्राप्त कर सके।
विल्सन ने कहा कि दुर्घटना के कुछ दिनों के भीतर अत्यधिक सावधानी बरतते हुए और डीजीसीए की निगरानी में बेड़े में शामिल प्रत्येक बोइंग 787 विमान की जांच की गई और उन्हें सेवा के लिए उपयुक्त पाया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी विमानों की आवश्यक जांच जारी रखेंगे और भविष्य में भी जिस भी जांच की सिफारिश अधिकारी करेंगे, वह भी की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि एयरलाइन जांचकर्ताओं के साथ सहयोग करना जारी रखेगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके पास गहन और व्यापक जांच करने के लिए आवश्यक सभी जानकारी मौजूद हो।
विल्सन ने कहा, ‘‘प्रारंभिक रिपोर्ट के जारी होने से हमारे साथ ही दुनिया को भी इस घटना के बारे में अतिरिक्त विवरण मिलने लगे। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं कि इससे न केवल स्पष्टता मिली, बल्कि नए सवाल भी उठे हैं।’’
उन्होंने कहा कि पिछले 30 दिनों के दौरान ऐसी अटकलों, आरोपों, और सनसनीखेज सुर्खियों का एक दौर चलता रहा, जिनमें से कई बाद में गलत साबित हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक कोई अंतिम रिपोर्ट या कारण प्रस्तुत नहीं किया जाता, तब तक निस्संदेह नयी अटकलें तथा और भी सनसनीखेज सुर्खियां सामने आती रहेंगी... हम अपने मुख्य लक्ष्यों से भटकें नहीं: शोकसंतप्त और घायल लोगों के साथ खड़े रहें, एक टीम के रूप में मिलकर काम करें और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को एक सुरक्षित व विश्वसनीय हवाई यात्रा अनुभव प्रदान करें।’’
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि एयरलाइन को अपने कार्य पर केंद्रित रहना चाहिए और ईमानदारी, उत्कृष्टता, ग्राहकों पर ध्यान, नवाचार और सामूहिक रूप से काम करने जैसे मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए।
एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एअर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दोनों इंजन में ईंधन पहुंचाने वाले स्विच उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड में बंद हो गए थे जिससे वह तुरंत ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
पंद्रह पन्नों वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘कॉकपिट वॉयस रिकार्डिंग’ में सुना गया कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन क्यों बंद किया तो जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया।
‘इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन’ (आईसीपीए) ने रविवार को कहा कि पिछले महीने दुर्घटनाग्रस्त एआई171 उड़ान के चालक दल ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने प्रशिक्षण और जिम्मेदारियों के अनुरूप काम किया तथा पायलटों को अटकलों के आधार पर बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।
भाषा गोला