फौजा सिंह ने दुनियाभर में सिख समुदाय को गौरवान्वित किया : भगवंत मान
प्रीति सुरेश
- 15 Jul 2025, 07:46 PM
- Updated: 07:46 PM
(तस्वीरों सहित)
चंडीगढ़, 15 जुलाई (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि अनुभवी मैराथन धावक फौजा सिंह ने अपनी लंबी दूरी की दौड़ से दुनिया भर के सिख समुदाय को गौरवान्वित किया।
सिंह की सोमवार को जालंधर जिले में अपने पैतृक गांव बियास में टहलने के दौरान एक अज्ञात वाहन की टक्कर से मृत्यु हो गई थी। वह 114 वर्ष के थे।
कुछ ग्रामीणों ने मंगलवार को बताया कि हिट-एंड-रन की घटना में सिंह को शायद एक एसयूवी ने टक्कर मारी थी। उन्होंने दावा किया कि वह पांच से सात फुट तक हवा में उछल गए थे।
मान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रसिद्ध पंजाबी सिख धावक फौजा सिंह जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। दुनिया के सबसे बुजुर्ग धावक फौजा सिंह जी ने अपनी लंबी दूरी की दौड़ से दुनिया में सिख समुदाय को गौरवान्वित किया। उनकी जगह हमेशा हमारे दिलों में रहेगी। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’’
जालंधर के एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया था कि सिंह को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। मैराथन धावक को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सोमवार शाम को उनकी मौत हो गई।
जालंधर के एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सिंह को टक्कर मारने के बाद फरार हुए चालक का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
उनके परिवार के एक सदस्य ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सिंह का अंतिम संस्कार कुछ दिन बाद होने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कई रिश्तेदार ब्रिटेन और कनाडा सहित विदेशों में रहते हैं, इसलिए उनके यहां पहुंचने में कुछ समय लग सकता है।’’
इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सिंह के निधन की खबर बेहद दुखद है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘स्वस्थ जीवनशैली के साथ 114 वर्ष की आयु का जीवन, आज के दौर में असम्भव है और उन्होंने इसको सम्भव कर दिखाया। उनकी अदम्य ऊर्जा और स्वस्थ जीवनशैली का संदेश हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनकी जीवन यात्रा आने वाली पीढ़ियों को अनुशासन, संकल्प और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती रहेगी।’’
पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा एवं कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी फौजा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया।
ब्यास पिंड के रहने वाले महिंदर सिंह ने बताया कि जिस स्थान पर यह दुर्घटना हुई वह फौजा सिंह के घर से लगभग 400 मीटर की दूरी पर है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक राजमार्ग है... उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चोटों के कारण उनकी मौत हो गई। हमें बताया गया कि किसी अज्ञात वाहन द्वारा टक्कर मारे जाने के कारण वह हवा में पांच से सात फुट तक उछल गए थे।’’
ग्रामीण ने कहा, ‘‘वह बहुत अच्छे इंसान थे। सब उनका बहुत सम्मान करते थे।’’
एक अन्य स्थानीय निवासी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वाहन द्वारा फौजा सिंह को टक्कर मारने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
गुरप्रीत ने कहा, ‘‘हम उन्हें अस्पताल ले गए... जिस गाड़ी ने उन्हें टक्कर मारी वह एसयूवी हो सकती है। उनके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट पहुंची थी। उनके निधन से पूरा गांव शोक में डूब गया है। उनके कारण हमारे गांव को वैश्विक पहचान मिली है।’’
वर्ष 1911 में एक किसान परिवार में जन्मे, सिंह चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। वह 100 वर्ष की आयु में मैराथन पूरी करने वाले पहले व्यक्ति बने और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए।
सिंह ने वृद्धावस्था में मैराथन दौड़ना शुरू किया और अपनी सहनशीलता व एथलेटिक क्षमता के कारण उन्हें ‘टर्बन्ड टॉरनेडो’ उपनाम मिला।
उन्होंने लंदन, न्यूयॉर्क और हांगकांग की प्रसिद्ध मैराथन सहित अन्य मैराथन में भाग लिया था।
उनकी सबसे यादगार मैराथन में से एक 2011 की थी, जब वह 100 वर्ष के हो गए थे। टोरंटो में आयोजित हुई प्रतियोगिता का नाम उनके सम्मान में रखा गया था और उन्होंने अपने आयु वर्ग के कई विश्व रिकॉर्ड तोड़े थे।
वह 1990 के दशक में इंग्लैंड चले गए थे और हाल के वर्षों में पंजाब स्थित अपने पैतृक गाँव में रहने के लिए लौट आए थे जहां वह अभी रह रहे थे। वह 2012 के लंदन ओलंपिक में मशाल वाहक थे।
पिछले साल, वह पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के साथ नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित एक ‘वॉकथॉन’ में शामिल हुए थे।
कांग्रेस नेता बाजवा ने भी सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया।
बाजवा ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘दुनिया के सबसे बुजुर्ग मैराथन धावक सरदार फौजा सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ। वह 114 वर्ष की आयु में भी दृढ़ता और आशा की प्रेरणा बने रहे। पंजाब और दुनिया उनके अद्भुत जीवन को सलाम करती है।’’
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमारे दिग्गज फौजा सिंह जी के असामयिक निधन पर दुखी हूं। वह 100 साल की उम्र के बाद भी मैराथन दौड़कर धैर्य, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता की मिसाल थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चौंकाने वाली बात यह है कि वह एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। हो सकता है कि वह और कई साल जीते। उम्मीद है कि अपराधी की पहचान हो जाएगी और उसे सजा दी जाएगी।’’
जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान परगट सिंह ने कहा, ‘‘एक सौ चौदह वर्ष की आयु में भी, वह अपनी शक्ति और प्रतिबद्धता से कई पीढ़ियों को प्रेरित करते रहे। उनकी विरासत हमेशा उन लोगों के दिलों में ज़िंदा रहेगी जो एक स्वस्थ और नशा-मुक्त पंजाब के लिए लड़ रहे हैं।’’
भाषा प्रीति