हाल में बसंतगढ़ में मारा गया आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष कमांडर हैदर था: जम्मू-कश्मीर डीजीपी
नोमान नरेश
- 16 Jul 2025, 06:32 PM
- Updated: 06:32 PM
जम्मू, 16 जुलाई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने बुधवार को कहा कि उधमपुर जिले के डुडु-बसंतगढ़ जंगल में मुठभेड़ में मारा गया आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन का शीर्ष कमांडर था, जो पिछले चार वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय था।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा बल आतंकवादियों को निष्क्रिय करने के लिए अपने अभियान जारी रखे हुए हैं। उन्होंने पुलिस और जनता के बीच अच्छे संबंधों पर प्रकाश डाला और कहा कि जनता के समर्थन के बिना पुलिस सफल नहीं हो सकती।
पुलिस प्रमुख ने यहां अखनूर थाने में संवाददाताओं से कहा, "आतंकवाद विरोधी अभियान लगातार चल रहे हैं और हाल में हमें डुडु-बसंतगढ़ में एक बहुत बड़ी सफलता मिली, जहां जैश-ए-मोहम्मद का एक वरिष्ठ और शीर्ष कमांडर मारा गया, जो पिछले चार वर्षों से उस क्षेत्र में सक्रिय था। अभियान जारी है और सभी आतंकवादियों को एक-एक करके मार गिराया जाएगा।"
जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी हैदर 26 जून को मुठभेड़ में मारा गया जबकि उसके तीन साथी खराब मौसम, चुनौतीपूर्ण भूभाग और बसंतगढ़ क्षेत्र के घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। हैदर का कोड नाम ‘मौलवी’ था और वह पाकिस्तान से था।
हालांकि, डीजीपी ने जम्मू क्षेत्र के वन क्षेत्रों में सक्रिय आतंकवादियों की सटीक संख्या बताने से इनकार कर दिया और कहा कि "इसका सार्वजनिक रूप से खुलासा नहीं किया जा सकता।"
डीजीपी ने सीआरपीएफ के महानिरीक्षक गोपाल शर्मा, जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी और जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक शिव कुमार के साथ अखनूर थाने का दौरा किया और 2024 के लिए जम्मू-कश्मीर में थानों की वार्षिक रैंकिंग में गृह मंत्रालय से प्रतिष्ठित 'उत्कृष्टता पुरस्कार' प्राप्त करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया।
थाने को पुरस्कार प्रदान करते हुए डीजीपी ने थाने में तैनात अधिकारियों और जवानों की जनता के साथ उनके तालमेल के लिए सराहना की और कहा कि इस वर्ष के प्रारंभ में अखनूर सेक्टर में सफल अभियान जनता से समय पर प्राप्त जानकारी का परिणाम था।
उन्होंने कहा, "जनता के सहयोग के बिना पुलिस सफल नहीं हो सकती। जनता का सहयोग सभी मुश्किल कामों को आसान बना देता है, अन्यथा चुनौतियां बनी रहेंगी।"
भाषा
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