हम 2026 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को निरुद्ध केंद्र भेजेंगे: अभिषेक बनर्जी
सुरभि नरेश
- 21 Jul 2025, 02:32 PM
- Updated: 02:32 PM
कोलकाता, 21 जुलाई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए उसे ‘बांग्ला-विरोधी’ पार्टी करार दिया और आरोप लगाया कि पार्टी बंगालियों को निरुद्ध केंद्र में भेजना चाहती है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि 2026 के बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को चुनावी तौर पर ‘‘निरुद्ध केंद्र’’ में भेज दिया जाएगा और राज्य से उसका सफाया हो जाएगा।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने तृणमूल कांग्रेस की शहीद दिवस रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भाजपा बंगालियों को निरुद्ध केंद्र में ले जाना चाहती है। मैं उन्हें साफ-साफ बता देना चाहता हूं कि 2026 के चुनाव के बाद हम आपको ही निरुद्ध केंद्र में भेज देंगे।’’
भाजपा को ‘‘बांग्ला-विरोधी पार्टी’’ (बंगाल विरोधी पार्टी) बताते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार बंगालियों को उनकी मातृभाषा बोलने के कारण निशाना बनाती रही है।
उन्होंने पूछा, ‘‘हम बांग्ला भाषा बोलते हैं, सिर्फ इसलिए हमें निशाना बनाया जा रहा है। भाजपा असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के बांग्ला भाषा पर लगातार हमलों के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती? यह उनका असली रंग दिखाता है।’’
बनर्जी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद मौजूदा सत्र के दौरान संसद में बांग्ला में बोलेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा हमें रोकने की कोशिश करके दिखाए। जरूरत पड़ी तो हम इस सत्र के दौरान संसद के अंदर बांग्ला भाषा बोलेंगे और फिर हम देखेंगे कि क्या वे हमारी आवाज दबाने की हिम्मत करते हैं।’’
बनर्जी ने रैली में कहा, ‘‘पिछली बार उन्होंने 77 सीट जीती थी। 2026 में हम उनकी संख्या और कम कर देंगे और चुनावी रूप से उनका सफाया कर देंगे। डायमंड हार्बर से मैंने कहा था कि वे 50 सीट से नीचे सिमट जाएंगे। मेरे शब्दों पर गौर करिएगा क्योंकि ऐसा ही होगा।’’
डायमंड हार्बर के सांसद ने दावा किया कि वह भविष्यवाणियों पर नहीं, बल्कि लोगों की आवाज पर भरोसा करते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मैं भविष्यवाणियां नहीं करता। मैं विश्लेषण करता हूं। मुझे बंगाल के लोगों और उनकी भावनाओं पर भरोसा है। और यह (केंद्र) सरकार लोगों पर अत्याचार कर रही है।’’
बनर्जी ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘पहले वे ‘जय श्री राम’ कहते थे, अब वे ‘जय मां दुर्गा’, ‘जय मां काली’ कह रहे हैं। मेरे शब्दों पर ध्यान दीजिए, 10 महीनों में वे ‘जय बांग्ला’ कहना शुरू कर देंगे।’’
उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भाजपा को सबसे पहले ‘बांग्ला-विरोधी’ (बंगाल विरोधी) बताने का श्रेय दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई राजनीतिक नारा नहीं है, यह भाजपा की सच्चाई है।’’
भाषा सुरभि