यूरोपीय संघ के प्रतिबंध अन्यायपूर्ण, भारत में 70,000 करोड़ रुपये का निवेश जारी रखेंगेः नायरा एनर्जी
प्रेम प्रेम अजय
- 21 Jul 2025, 08:15 PM
- Updated: 08:15 PM
नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) दिग्गज रूसी कंपनी रोसनेफ्ट समर्थित नायरा एनर्जी ने सोमवार को अपनी रिफाइनरी से जुड़ी डाउनस्ट्रीम परियोजनाओं में 70,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की अपनी योजना की पुष्टि की।
इसके साथ ही कंपनी ने यूरोपीय संघ की तरफ से खुद पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंधों को अन्यायपूर्ण और भारत के हितों के लिहाज से नुकसानदेह बताया।
रोसनेफ्ट ने भी एक दिन पहले अपनी भारतीय इकाई नायरा एनर्जी पर लगाए गए प्रतिबंधों को अनुचित, अवैध और भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए सीधा खतरा करार दिया था।
नायरा ने अपने बयान में कहा कि यूरोपीय संघ के प्रतिबंध ‘लाखों भारतीय नागरिकों और उद्योगों के लिए आवश्यक पेट्रोलियम उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति को बाधित करने का जोखिम पैदा करते हैं।’
यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई के विरोध में यूरोपीय संघ ने अपने प्रतिबंधों की 18वीं किस्त पिछले हफ्ते मंजूर की थी। इन प्रतिबंधों के दायरे में आने वाली कंपनियों में नायरा एनर्जी भी शामिल है।
नायरा ने कहा, ‘‘हम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि यूरोपीय संघ का यह एकतरफा कदम निराधार दावों पर आधारित है और अधिकार के अनुचित विस्तार के साथ अंतरराष्ट्रीय कानून एवं भारत की संप्रभुता की अनदेखी करता है।’’
नायरा एनर्जी गुजरात के वडीनार में सालाना दो करोड़ टन तेल शोधन की क्षमता वाली रिफाइनरी और देशभर में 6,750 से अधिक पेट्रोल पंप का संचालन करती है।
कंपनी ने यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों पर कहा कि यह कदम न केवल भारत के हितों को कमजोर करता है, बल्कि लाखों भारतीय नागरिकों और उद्योगों के लिए आवश्यक पेट्रोलियम उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति को बाधित करने का जोखिम भी पैदा करता है।
इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि वह भारत के लिए एक विश्वसनीय ऊर्जा भागीदार के रूप में अपनी भूमिका में दृढ़ है।
नायरा ने कहा कि वह दीर्घकालिक अवधि में पेट्रोरसायन, एथनॉल संयंत्रों, विपणन अवसंरचना के विस्तार और ईएसजी परियोजनाओं पर 70,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश जारी रखेगी।
हालांकि, उसने परियोजनाओं के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी।
नायरा ने कहा कि उसने अगस्त, 2017 से भारत में विभिन्न परियोजनाओं में 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।
उसने कहा कि वह भारत की कुल शोधन क्षमता का लगभग आठ प्रतिशत और खुदरा पेट्रोल पंप नेटवर्क का सात प्रतिशत योगदान करती है। उसने पूरे देश में 55,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर्मचारियों को रोजगार देने का दावा भी किया।
भाषा प्रेम प्रेम