राज्यसभा में की गयी सभापति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की घोषणा
मनीषा माधव
- 22 Jul 2025, 03:44 PM
- Updated: 03:44 PM
नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) केंद्र सरकार ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को अधिसूचित कर दिया। एक दिन पहले धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने की जानकारी दी थी।
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन द्वारा हस्ताक्षरित एक राजपत्र अधिसूचना में गृह मंत्रालय ने धनखड़ के इस्तीफे के पत्र को सार्वजनिक किया, जिसे उन्होंने सोमवार शाम जारी किया था।
अधिसूचना में कहा गया है, “भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का इस्तीफा (सामान्य जानकारी के लिए) प्रकाशित किया जाता है।”
इससे पहले राज्यसभा में आज गृह मंत्रालय की अधिसूचना के बारे में जानकारी दी गई।
प्रश्नकाल के लिए उच्च सदन की बैठक दोपहर बारह बजे जब शुरू हुई तो पीठासीन अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि उन्हें एक आवश्यक सूचना सदन को देनी है।
तिवाड़ी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के तहत उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के तत्काल प्रभाव से इस्तीफे की 22 जुलाई 2025 को एक अधिसूचना जारी की है।
उपराष्ट्रपति पद से धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सदन की सुबह की कार्यवाही की अध्यक्षता की।
हरिवंश ने सदस्यों को बताया कि भारत के उपराष्ट्रपति पद पर चयन किए जाने की संवैधानिक प्रक्रिया के बारे में जब उन्हें जानकारी मिलेगी तो वह इसके बारे में बताएंगे।
उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं। आमतौर पर धनखड़ दिन की शुरुआत में राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करते थे।
धनखड़ ने सोमवार रात को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजा था। मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह ‘‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने’’ के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं।
धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’’
पद से इस्तीफा देने के बाद धनखड़ ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्रिपरिषद और सांसदों का उनके कार्यकाल के दौरान मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
धनखड़ ने अपने संदेश में कहा, “मैं माननीय प्रधानमंत्री और प्रतिष्ठित मंत्रिपरिषद के प्रति गहरी कृतज्ञता प्रकट करता हूं। प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान उनसे बहुत कुछ सीखा है।”
उन्होंने कहा, “संसद के सभी माननीय सदस्यों से जो स्नेह, विश्वास और अपनापन मुझे प्राप्त हुआ, वह हमेशा मेरी स्मृति में रहेगा। हमारे महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में मैंने जो अनुभव और सीख प्राप्त की, उसके लिए मैं हृदय से आभारी हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।’’
धनखड़ (74) ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था। उनका इस्तीफा संसद के मानसून सत्र के पहले दिन आया।
हाल में उनकी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एंजियोप्लास्टी हुई थी और इस वर्ष मार्च में उन्हें कुछ दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
भाषा मनीषा