उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे पर संदेह करना सही नहीं: भाजपा नेता बावनकुले
नेत्रपाल पवनेश
- 22 Jul 2025, 03:23 PM
- Updated: 03:23 PM
नागपुर, 22 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री और भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को कहा कि जगदीप धनखड़ का जीवन बेदाग रहा है और उपराष्ट्रपति पद से उनके इस्तीफे पर संदेह करना उचित नहीं है।
धनखड़ (74) ने सोमवार को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजकर कहा कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं।
उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं।
मंगलवार को कांग्रेस ने दावा किया कि धनखड़ के इस्तीफे के पीछे के कारण उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से कहीं अधिक गंभीर हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा और किरेन रीजीजू के उपस्थित न होने से धनखड़ 'अपमानित' महसूस कर रहे थे।
नड्डा ने मंगलवार को कहा कि उपराष्ट्रपति कार्यालय को सूचित किया गया था कि वह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू सोमवार शाम को धनखड़ द्वारा बुलाई गई बीएसी की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे।
यह बैठक धनखड़ द्वारा पद से इस्तीफा दिए जाने से कुछ देर पहले बुलाई गई थी।
धनखड़ के इस्तीफे पर उठ रहे सवालों के बारे में पूछे जाने पर बावनकुले ने कहा, ‘‘अगर किसी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वह उस पद पर रहते हुए न्याय नहीं कर सकता, तो उस स्थिति में व्यक्ति को ऐसा निर्णय लेना ही पड़ता है।’’
बावनकुले ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने जो भी कारण दिया है वह सही है, क्योंकि कोई और कारण नहीं हो सकता। धनखड़ जी का जीवन बेदाग रहा है और उनके बारे में इस तरह का संदेह करना सही नहीं है।’’
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री और राकांपा नेता माणिकराव कोकाटे को लेकर पूछे गए सवाल पर बावनकुले ने कहा, "कोकाटे जी ने स्वयं अपनी स्थिति व्यक्त की है। (मुख्यमंत्री) देवेंद्र फणवीस जी ने कहा है कि जांच की जाएगी और अगर कुछ सामने आता है, तो कोकाटे जी ने स्वयं उस संबंध में बात की है, इसलिए मेरे लिए इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।"
माणिकराव कोकाटे ने मंगलवार को कहा कि वह उन विपक्षी नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, जिन्होंने एक वीडियो साझा करके उन्हें "बदनाम" किया था, जिसमें दावा किया गया था कि वह पिछले सप्ताह विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान विधान परिषद में अपने मोबाइल फोन पर 'रम्मी' का खेल खेल रहे थे।
कोकाटे ने यह भी कहा कि वह वीडियो की जांच के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और विधान परिषद के अध्यक्ष राम शिंदे को पत्र लिखेंगे और अगर दोषी पाए गए तो वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे।
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