ममता ने धनखड़ के इस्तीफे पर कहा: उनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है
अमित दिलीप
- 22 Jul 2025, 10:31 PM
- Updated: 10:31 PM
कोलकाता, 22 जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि वह उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक इस्तीफा देने पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहतीं। हालांकि, बनर्जी ने साथ ही यह भी कहा कि उनका मानना है कि धनखड़ का स्वास्थ्य "बिल्कुल ठीक" है।
बनर्जी ने राज्य सचिवालय नबान्न में संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक अस्पष्ट टिप्पणी में संकेत दिया कि इस घटनाक्रम में जो दिख रहा है, उससे कहीं ज़्यादा कुछ हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राजनीतिक दल यह तय नहीं कर सकते कि धनखड़ ने इस्तीफ़ा क्यों दिया। इस मुद्दे पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं। वह एक स्वस्थ व्यक्ति हैं। मुझे लगता है कि उनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है।’’
बनर्जी की यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल धनखड़ के कदम पर मचे राजनीतिक घमासान के बीच आयी है। विपक्ष के कई लोगों ने दावा किया है कि यह कदम "पूरी तरह अप्रत्याशित" है और संभवतः "स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने" के आधिकारिक रुख से परे कारकों से प्रेरित है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सोमवार शाम को भेजे गए अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह ‘‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने’’ के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं।
उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के धनखड़ के सोमवार रात के फैसले से अटकलों का बाजार गर्म हो गया कि क्या इसमें "स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने" से अधिक भी कुछ शामिल है।
किसी उच्च पद पर आसीन व्यक्ति की विदाई के समय उसकी जो प्रशंसा की जाती है, वह सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से नहीं दिखी, जो इस बात का संकेत है कि सरकार शायद उन्हें जाते हुए देखकर खुश थी। वह विपक्ष ही था, जिसने पिछले साल उनके कथित पक्षपात के लिए महाभियोग चलाने के नोटिस पर हस्ताक्षर किए थे और उसने ही उनके लिए अच्छे शब्द कहे।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता कुणाल घोष ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा। क्या स्वास्थ्य ही एकमात्र कारण है? अगर हां, तो जल्दी ठीक हो जाइये। वरना, जिज्ञासा बनी रहेगी।’’
धनखड़ जब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे, तब घोष को उनके कटु आलोचक के तौर पर जाना जाता था।
बाद में, घोष ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, क्योंकि हमारा शीर्ष नेतृत्व स्थिति पर नजर रखे हुए है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है, इसलिए हम उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं।’’
टीएमसी सांसद एवं वरिष्ठ नेता सुष्मिता देव ने कहा कि वह धनखड़ के अचानक लिए गए फैसले से काफी "हैरान" हैं। उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, "मैंने कुछ खबरें देखी थीं कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि यह इतना गंभीर है कि उन्हें पद छोड़ना पड़े। मुझे लगा था कि वह छुट्टी पर चले जाएंगे, ठीक होकर वापस आ जाएंगे, इसलिए मैं उनके फैसले से काफी हैरान हूं।’’
धनखड़ जब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे, तब उनका टीएमसी सरकार के साथ अक्सर टकराव होता रहा। बाद में वह 2022 में उपराष्ट्रपति बन गए थे।
भाषा अमित