कोहली, रोहित और अश्विन के बाद बुमराह ले सकते हैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास: कैफ
नमिता आनन्द
- 26 Jul 2025, 05:12 PM
- Updated: 05:12 PM
नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का मानना है कि रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन के बाद जसप्रीत बुमराह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले अगले क्रिकेटर हो सकते हैं क्योंकि दुनिया के नंबर एक गेंदबाज का शरीर साथ नहीं दे रहा।
इकतीस वर्षीय बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे चौथे टेस्ट के तीसरे दिन लय में नहीं दिखे और 28 ओवर गेंदबाजी करने के बाद उन्होंने जैमी स्मिथ का एकमात्र विकेट लिया।
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने कैफ ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो में पोस्ट किया, ‘‘मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह आगामी टेस्ट मैचों में खेलते हुए नहीं दिखेंगे और यह भी संभव है कि वह संन्यास ले लें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन भी संन्यास ले चुके हैं। और अब लगता है, बुमराह की बारी है। भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को शायद इसकी आदत डालनी होगी। मेरा मानना है कि अब आपको बुमराह के बिना टेस्ट मैच देखने की आदत डालनी होगी। ’’
कैफ ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है और दुआ है कि मैं गलत हूं। लेकिन इस टेस्ट में मैंने जो देखा, उससे ऐसा लग रहा है कि वह बिल्कुल भी आनंद नहीं ले रहे हैं। वह अपने शरीर से लड़ाई हार गए हैं। जोश और जुनून तो वही है, लेकिन शरीर साथ नहीं दे रहा है। और ऐसी स्थिति में आप क्या कर सकते हैं। ’’
रोहित के संन्यास के बाद भारतीय ‘थिंक-टैंक’ की कप्तानी के लिए पहली पसंद बुमराह थे लेकिन उन्होंने अपने कार्यभार को प्रबंधित करने के लिए इस पद के लिए नहीं’ कह दिया।
बुमराह ने एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘हां, बीसीसीआई टीम के नेतृत्व के लिए मुझे चाहते थे। लेकिन फिर मुझे मना करना पड़ा। यह टीम के लिए भी उचित नहीं है कि पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में कोई तीन मैचों में और कोई दो मैचों में नेतृत्व करे। यह टीम के लिए उचित नहीं है और मैं हमेशा टीम को प्राथमिकता देना चाहता था। ’’
बुमराह 2024 से आईसीसी टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में नंबर एक स्थान पर काबिज हैं, पर साल की शुरुआत से ही वह फिटनेस समस्याओं से जूझ रहे हैं।
पीठ की चोट के कारण वह इस साल की शुरुआत में सिडनी में हुए पांचवें और अंतिम बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट की दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाए थे और चैंपियंस ट्रॉफी और आईपीएल 2025 की शुरुआत भी नहीं खेल पाए थे।
तब से भारत का यह तेज गेंदबाज अपने कार्यभार को लेकर काफी सतर्क रहा है और उन्होंने इंग्लैंड के मौजूदा दौरे पर केवल तीन टेस्ट खेलने का विकल्प चुना है।
बुमराह हेडिंग्ले में पहले मैच में खेले थे, जहां उन्होंने लगातार 140 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी की और पहली पारी में 83 रन देकर पांच विकेट लिए।
इसके बाद एजबेस्टन में हुए दूसरे टेस्ट मैच में बुमराह नहीं खेले। उन्होंने लॉर्ड्स में हुए तीसरे टेस्ट मैच में वापसी की। लॉर्ड्स में, हालांकि उनकी गति में काफी कमी आई थी। फिर भी वह लगातार दूसरी बार पांच विकेट लेने में सफल रहे और मैच में कुल सात विकेट लिए।
पर ओल्ड ट्रैफर्ड में चल रहे चौथे टेस्ट मैच में चिंता और बढ़ गई है। बुमराह ज़्यादातर 130-135 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं और बहुत कम ही 140 किमी प्रति घंटे का आंकड़ा पार कर पाए हैं।
कैफ को लगता है कि उनके लिए सबसे बड़ी चिंता उनकी गति में आई गिरावट है। उन्होंने कहा, ‘‘वह विकेट ले या नहीं लें, उनकी गति कम हो गई है। वह लगभग 125-130 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी कर रहे हैं। जो विकेट उन्होंने लिया, उसे भी विकेटकीपर को पकड़ने के लिए आगे आना पड़ा। जब बुमराह पूरी तरह से फिट होते हैं तो गेंद कंधे की ऊंचाई तक पहुंच जाती है। यह इतनी तेजी से आती है कि चाहे जो रूट हो या बेन स्टोक्स, बल्लेबाजों को इसका अहसास होता है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह अपने शरीर के साथ संघर्ष कर रहे हैं। इस (मैनचेस्टर) टेस्ट में उनकी गति कम हो गई है। जसप्रीत बुमराह बहुत खुद्दार बंदा है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उसे लगता है कि वह देश के लिए अपना शत-प्रतिशत नहीं दे पा रहा है, मैच नहीं जीत पा रहा है और विकेट नहीं ले पा रहा है, तो वह खुद ही नहीं कह देगा। मुझे ऐसा लगता है। वह उस तरह का गेंदबाज है जो जब चाहे किसी भी बल्लेबाज़ को आउट कर सकता है। लेकिन देश के लिए खेलने का जुनून अब भी बरकरार है, पर उसका शरीर और फिटनेस साथ नहीं दे रहे हैं। ’’
कैफ ने आगे कहा, ‘‘इस टेस्ट में उनका प्रदर्शन यही दर्शाता है। मुझे लगता है कि आगे के टेस्ट मैचों में भी समस्याएं होंगी। हो सकता है कि आप उन्हें अब नियमित रूप से खेलते हुए नहीं देखें। ’’
भाषा नमिता आनन्द