मणिपुर: इंफाल घाटी के पांच जिलों से 90 आग्नेयास्त्र, 728 कारतूस और विस्फोटक जब्त
शुभम नेत्रपाल
- 26 Jul 2025, 07:37 PM
- Updated: 07:37 PM
इंफाल, 26 जुलाई (भाषा) मणिपुर के पांच जिलों में सुरक्षाबलों ने शनिवार को कम से कम 90 आग्नेयास्त्र और 700 से अधिक कारतूस एवं विस्फोटक जब्त किए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब्त किए गए कई आग्नेयास्त्र कथित तौर पर मई 2023 में राज्य में जातीय संघर्ष भड़कने के बाद पुलिस शस्त्रागार से लूटे गए थे।
इस संबंध में पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इंफाल पूर्वी, इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में कई स्थानों पर एक साथ समन्वित अभियान शुरू किया गया।
मणिपुर पुलिस, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सेना और असम राइफल्स की संयुक्त टीम द्वारा चलाए गए अभियान के दौरान 90 अग्नेयास्त्र जब्त किए गए, जिनमें एके सीरीज की तीन राइफल, एक एम16 राइफल, पांच इंसास राइफल, एक इंसास एलएमजी, चार एसएलआर, 20 पिस्तौल, चार कार्बाइन, सात .303 राइफल और आठ अन्य राइफल शामिल हैं।
इसमें कहा गया, ‘‘कुल 728 कारतूस और विस्फोटकों में 21 ग्रेनेड तथा छह आईईडी शामिल हैं। इसके अलावा 21 मैगजीन और 24 वायरलेस हैंडसेट भी जब्त किए गए।’’
राज्य पुलिस मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता के दौरान, जोन द्वितीय के पुलिस महानिरीक्षक कबीब के ने कहा, ‘‘जब्त किए गए कुछ हथियार कथित तौर पर हमारे पुलिस शस्त्रागार से लूटे गए थे।’’
राज्य में तीन मई 2023 को जातीय हिंसा भड़कने के बाद शरारती तत्वों ने विभिन्न पुलिस शस्त्रागारों से 6,000 से अधिक आग्नेयास्त्र लूट लिए थे। लूटे गए आग्नेयास्त्रों में से 3,000 से अधिक बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें 1500 ऐसे हथियार हैं जो इस वर्ष फरवरी में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद बरामद किए गए।
शांतिपूर्ण और सुरक्षित मणिपुर के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए पुलिस ने जनता से कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सुरक्षाबलों के साथ सहयोग करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने या अवैध आग्नेयास्त्रों से संबंधित जानकारी निकटतम थाने या केंद्रीय नियंत्रण कक्ष को देने का आग्रह किया।
बयान में कहा गया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सभी सुरक्षा हितधारकों के साथ समन्वय कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस तरह के अभियान निरंतर और केंद्रित तरीके से जारी रहें, जिसका उद्देश्य सामान्य स्थिति बहाल करना, सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखना और सभी नागरिकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा करना है।
मई 2023 से इंफाल घाटी स्थित मेइती और पहाड़ियों पर रहने वाले कुकी लोगों के बीच हुई जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
इस वर्ष 13 फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था।
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