बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधुबनी जिले में 650 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू कीं
राजकुमार पवनेश
- 26 Jul 2025, 09:05 PM
- Updated: 09:05 PM
(तस्वीरों के साथ)
पटना, 26 जुलाई (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को मधुबनी जिले में करीब 650 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू कीं।
मुख्यमंत्री ने सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में प्रतिष्ठित जानकी मंदिर के प्रस्तावित पुनर्विकास स्थल का भी निरीक्षण किया, जिसे देवी सीता का जन्मस्थान माना जाता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार मधुबनी जिले के लौकही में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक बड़े रोड शो के दौरान बुनियादी ढांचों और पर्यटन से संबंधित परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई।
रोड शो हेलीपैड से शुरू होकर कार्यक्रम स्थल पर समाप्त हुआ।
बयान में कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री ने खजौली-जयनगर रेलवे स्टेशनों के बीच 178 करोड़ रुपये की लागत से एक सड़क ओवर ब्रिज (आरओबी) समेत एक पहुंच मार्ग और एक रेलवे फाटक के निर्माण की आधारशिला रखी।’’
उन्होंने कई परियोजनाएं भी आरंभ की, जिनमें जल संसाधन विभाग की पुरानी कमलाधार और जीवछ-कमला नदियों के पुनरुद्धार कार्य (264.93 करोड़ रुपये), सिंचाई और बाढ़ शमन को बढ़ाने के उद्देश्य से पुरानी कमला और जीवछ-कमला नदियों पर चार बैराज और संबंधित संरचनाओं का निर्माण (161.08 करोड़ रुपये) और मधुबनी नगरपालिका क्षेत्र में शहरी विकास और आवास विभाग के तहत एक अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण (14.53 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
इसके अलावा, कुमार ने हरलाखी के फुलहर में 31.13 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए एक परियोजना की भी शुरुआत की।
बाद में, मुख्यमंत्री ने पुनौरा धाम में जानकी मंदिर के आसपास के स्थल का निरीक्षण किया जिसका पुनर्विकास किया जाना है। यह परियोजना 882.87 करोड़ रुपये से अधिक की है और इसका शिलान्यास आठ अगस्त को होगा।
राज्य सरकार ने हाल में पुनौरा धाम में ‘मां जानकी मंदिर’ के निर्माण और पुनर्विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय ट्रस्ट का गठन किया है।
पुराने पुनौरा धाम जानकी मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए लगभग 137 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे, जबकि 728 करोड़ रुपये मंदिर के आसपास पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे।
बयान में कहा गया है कि शेष धनराशि अगले दस वर्षों में बुनियादी ढांचे के रखरखाव के लिए निर्धारित की जाएगी।
बयान में कहा गया है, ‘‘यह व्यापक विकास श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या की तर्ज पर किया जाएगा।’’
समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा और विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत भी उपस्थित थे।
भाषा
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