गिल और राहुल के बाद जडेजा और सुंदर की एकाग्र पारी से भारत ने बनाई बढ़त
आनन्द नमिता
- 27 Jul 2025, 08:43 PM
- Updated: 08:43 PM
मैनचेस्टर, 27 जुलाई (भाषा) वॉशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा ने चौथे टेस्ट के पांचवें दिन दृढ़ अर्धशतकीय पारियों के साथ भारतीय टीम की संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए रविवार को चाय के विश्राम तक 11 रन की मामूली बढ़त के साथ मनोबल बढ़ाने वाले ड्रॉ की उम्मीदें जगा दीं।
जडेजा (102 गेंदों पर नाबाद 53) और वॉशिंगटन (139 गेंदों पर नाबाद 58) ने पांचवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी के दौरान मजबूत इरादे से बल्लेबाजी की, जिससे इंग्लैंड के गेंदबाजों पर थकान हावी होने लगी और उनकी चेहरे पर निराशा बढ़ गयी।
भारत ने दिन के दूसरे सत्र में बिना कोई विकेट गंवाये 99 रन बनाये जिससे टीम का स्कोर चार विकेट पर 322 रन हो गया।
दिन की शुरुआती सत्र में अपने आठ ओवर के स्पैल में खतरनाक दिखे इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स दूसरे सत्र में तीन ओवर के स्पैल में प्रभावित नहीं कर सके।
सुंदर ने स्टोक्स के ओवर में लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया इसके तुरंत बाद जडेजा ने भी चौके के साथ छह पारियों में पांचवां अर्धशतक पूरा करने के साथ इंग्लैंड के कप्तान के ओवर में 15 रन बटोरे।
ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण जडेजा और सुंदर के बाद भारतीय बल्लेबाजी में दमखम नहीं है ऐसे में इन दोनों को अपनी बल्लेबाजी इसी तरह से जारी रखनी होगी।
इंग्लैंड के लिए मुश्किल यह रही कि बाएं हाथ के स्पिनर लियाम डॉसन (39 ओवर में बिना किसी सफलता के 70 रन) भारतीय बाएं हाथ के बल्लेबाजों को पर्याप्त चुनौती नहीं दे पाए। जोफ्रा आर्चर भी लंच के बाद कोई सफलता हासिल नहीं कर पाए।
दूसरी नयी गेंद अब 38 ओवर पुरानी हो चुकी है, जिससे बल्लेबाजी करना आसान हो गया है।
इससे पहले सुबह के सत्र में शुभमन गिल ने एक साहसी शतक पूरा किया। इस दौरान इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कंधे में दर्द के बावजूद गेंदबाजी करने का फैसला किया और लोकेश राहुल (90) को आउट कर गिल के साथ तीसरे विकेट के लिए 188 रन की साझेदारी को तोड़ा।
राहुल के आउट होने के बाद गिल ने धैर्य से बल्लेबाजी की लेकिन शतक पूरा करने के बाद लंच से पहले जोफ्रा आर्चर की गेंद पर बल्ला अड़ाकर विकेटकीपर जैमी स्मिथ को कैच दे बैठे।
भारत ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 174 रन से की। टीम इस समय इंग्लैंड की पहली पारी के रनों को बराबरी करने के लिए और 137 रन की जरूरत थी। बीते दिन के नाबाद बल्लेबाज गिल और राहुल ने उस अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की जैसी उन्होंने मैच के चौथे दिन के आखिरी दो सत्र में की थी।
भारतीय टीम अगर दिन के आखिरी सत्र में डट कर बल्लेबाजी करने में सफल रही तो मौजूदा दौरे पर गिल की इस चौथे शतकीय पारी का महत्व और बढ़ जायेगा।
भारत उस समय मैच में काफी पीछे था ऐसे में आउट होने के बाद गिल के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी।
गिल और राहुल ने उस समय मोर्चा संभाला था जब टीम ने बिना किसी रन के दो विकेट गंवा दिए थे। उनकी 421 गेंद तक चली मैराथन साझेदारी आखिरकार तब टूटी जब स्टोक्स की गेंद टप्पा खाने के बाद तेजी से राहुल के पैड से टकरा गयी और अंपायर ने उन्हें बिना देरी किये पगबाधा करार दिया।
इसके तुरंत बाद स्टोक्स की लगभग इसी लेंथ की गेंद गिल को चकमा देते हुए उनकी उंगलियों और हेलमेट से टकरा गयी। गिल इसके बाद काफी दर्द में दिखे और फिजियो ने मैदान पर उनकी उंगली का उपचार किया।
स्टोक्स का इस तरह से गेंदबाजी करना उल्लेखनीय था क्योंकि कंधे की चोट और मांसपेशियों की खिंचाव के कारण वह चौथे दिन गेंदबाजी करने के लिए फिट नहीं थे। उन्होंने हालांकि लॉर्ड्स टेस्ट की तरह यहां भी पांचवें दिन दर्द के बावजूद आठ ओवर का लंबा स्पैल डाला और चोट की परवाह किये बिना शानदार गेंदबाजी की।
इंग्लैंड ने 80 ओवर का खेल पूरा होने के बाद नयी गेंद ली और आर्चर ने गिल को पवेलियन की राह दिखा कर इंग्लैंड को बड़ी कामयाबी दिलायी।
जडेजा को अपनी पारी की पहली ही गेंद पर जीवनदान मिला। आर्चर की उछाल लेती गेंद जडेजा के बल्ले से टकराते हुए स्लिप क्षेत्र में गयी लेकिन जो रूट मुश्किल कैच को लपकने में नाकाम रहे।
भाषा आनन्द