अपराध पर चिराग की टिप्पणी उनकी कमजोरी दिखाती है; उन्हें बिहार की कोई चिंता नहीं : तेजस्वी
नेत्रपाल दिलीप
- 27 Jul 2025, 08:54 PM
- Updated: 08:54 PM
(तस्वीरों के साथ)
पटना, 27 जुलाई (भाषा) बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान द्वारा नीतीश कुमार सरकार की आलोचना किए जाने के एक दिन बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि हाजीपुर के सांसद की टिप्पणी सत्तारूढ़ राजग सहयोगी के रूप में उनकी ‘‘कमजोरी’’ दिखाती है और उन्हें राज्य की ‘‘कोई वास्तविक चिंता नहीं’’ है।
यादव लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख पासवान की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिस पर नीतीश कुमार की जद (यू) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इससे विधानसभा चुनाव से पहले राजग में दरारें उजागर हो गईं।
पासवान के इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले से नेता प्रतिपक्ष अप्रभावित दिखे।
यादव ने आरोप लगाया, ‘‘चिराग पासवान ने एक मंत्री और गठबंधन सहयोगी के रूप में अपनी कमज़ोरी का प्रदर्शन किया है। उनकी टिप्पणियों से पता चलता है कि उन्हें केवल अपनी कुर्सी से प्यार है और बिहार की उन्हें कोई वास्तविक चिंता नहीं है।’’
पासवान ने शनिवार को कहा था, ‘‘राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। बिहार में पुलिस ने अपराधियों के सामने घुटने टेक दिए हैं। मुझे ऐसी सरकार का समर्थन करने का अफसोस है, जो ऐसे अपराधों को रोकने में असमर्थ है। बिहार की स्थिति वाकई डरावनी हो गई है।’’
यादव ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में ‘‘कानून-व्यवस्था नहीं है।’’
गयाजी में एक एम्बुलेंस के अंदर एक महिला के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, ‘‘यह चौंकाने वाला और शर्मनाक है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की कल्पना कीजिए।’’
राजद नेता ने आरोप लगाया, ‘‘राज्य में पिछले एक सप्ताह में 100 से अधिक हत्याएं हुईं। वे (राजग) इसे ‘डबल इंजन’ वाली सरकार कहते हैं। एक इंजन अपराध है और दूसरा भ्रष्टाचार है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने 70,877 करोड़ रुपये से अधिक के उपयोग प्रमाण पत्र (यूसी) जमा करने में विफल रहने के लिए बिहार सरकार की खिंचाई की है। यह 70,000 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला है।’’
वर्ष 2023-24 की कैग रिपोर्ट बृहस्पतिवार को राज्य विधानसभा में पेश की गई।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘निर्धारित समय अवधि के भीतर यूसी जमा करने की आवश्यकता के बावजूद, 31 मार्च 2024 तक महालेखाकार (लेखा और हकदारी), बिहार को 70,877.61 करोड़ रुपये के 49,649 बकाया यूसी प्राप्त नहीं हुए।’’
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने रविवार को बिहार में अपराधों में कथित वृद्धि पर पासवान की आलोचना की।
उन्होंने गयाजी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह (चिराग) राजनीति में नए खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2005 से पहले राज्य में जंगल राज के दिन नहीं देखे। अगर उन्हें राजद शासन के दौरान की स्थिति की जानकारी नहीं है, तो उन्हें ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। अब, कानून-व्यवस्था की स्थिति निस्संदेह काफी बेहतर है। राजग शासन में बिहार तेजी से विकास कर रहा है।’’
भाषा
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