एसआईआर सहित विभिन्न मुद्दों पर रास में हंगामा, बैठक दोपहर बारह बजे तक स्थगित
मनीषा वैभव
- 28 Jul 2025, 11:36 AM
- Updated: 11:36 AM
नयी दिल्ली, 28 जुलाई (भाषा) बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को राज्यसभा की बैठक शुरू होने के दस मिनट बाद दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी गई।
हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया।
बैठक शुरू होने पर तमिलनाडु से अन्नाद्रमुक के दो सदस्यों एन धनपाल तथा आई एस इनबादुरै को राज्यसभा की सदस्यता की शपथ दिलाई गई। धनपाल तथा इनबादुरै ने तमिल में शपथ ली।
इसके बाद उप सभापति हरिवंश ने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत नियत कामकाज स्थगित कर विभिन्न मुद्दों पर तत्काल चर्चा के लिए 26 नोटिस मिले हैं।
उन्होंने बताया कि नदीमुल हक, संदीप पाठक, नीरज डांगी, रजनी अशोक राव पाटिल, राजीव शुक्ल, अजीत भुयान, साकेत गोखले, सुष्मिता देव, रेणुका चौधरी ने एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है। उनके अनुसार, सागरिका घोष, सुखेंदु शेखर राय, डोला सेन तथा रीताव्रता बनर्जी ने बंगाली प्रवासी कामगारों के साथ दूसरे राज्यों में कथित दुर्व्यवहार के मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है।
हरिवंश ने बताया कि ए ए रहीम, संदोष कुमार पी, जॉन ब्रिटास, वी शिवादासान, हारिस बीरन, पी पी सुनीर और जे बी माथेर हाशिम ने छत्तीसगढ़ से जुड़े मुद्दे पर और संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों का विलय कर सूचना का अधिकार अधिनियम का कथित उल्लंघन किए जाने के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए नोटिस दिया है।
हरिवंश ने कहा कि ये सभी नोटिस पूर्व में आसन द्वारा दी गई व्यवस्था के आलोक में समुचित नहीं पाए गए, इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया गया।
अपने नोटिस खारिज किए जाने पर विरोध जताते हुए विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। कुछ सदस्य अपने स्थानों से आगे आ गए। उप सभापति ने सदस्यों से शांत रहने और अपने स्थानों पर लौट जाने के लिए कहा।
उन्होंने शून्यकाल के तहत नाम निर्देशित सदस्य सुधा मूर्ति से अपना मुद्दा उठाने को कहा। सुधा मूर्ति ने आंगनवाड़ी से संबंधित मुद्दा उठाने का प्रयास किया। इस बीच हंगामा तेज हो गया। हरिवंश से सदस्यों से कहा कि आंगनवाड़ी का मुद्दा महत्वपूर्ण है और सदस्यों को हंगामा नहीं करना चाहिए।
उन्होंने शोर कर रहे सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने की अपील की, लेकिन अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने 11 बजकर दस मिनट पर बैठक को दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
संसद के मानसून सत्र की शुरूआत 21 जुलाई को हुई और तब से ही सदस्य बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। उनके हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही पिछले सप्ताह लगातार बाधित रही और सदन में एक बार भी शून्यकाल, प्रश्नकाल एवं अन्य विधायी कामकाज नहीं हो पाया।
भाषा मनीषा