एनईपी के पांच वर्ष पूरे होने पर शिक्षा मंत्रालय की पहलों में संस्कृत शब्दकोश, करियर परामर्श ऐप शामिल
अमित प्रशांत
- 29 Jul 2025, 10:16 PM
- Updated: 10:16 PM
नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के लागू होने की पांचवीं वर्षगांठ पर शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई पहलों में मौखिक पठन प्रवाह मूल्यांकन के लिए एक वेब-आधारित स्थानीय भाषा प्रवीणता परीक्षा पोर्टल, संस्कृत का एक विश्वकोश शब्दकोश और छात्रों को करियर संबंधी निर्णय लेने में मदद के लिए एक सलाहकार ऐप शामिल हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एबीएसएस) का उद्घाटन किया, जो शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं, शिक्षकों, उद्योग जगत प्रमुख व्यक्तियों और सरकारी प्रतिनिधियों के लिए एनईपी 2020 के तहत हुई प्रगति की समीक्षा करने और आगे का रास्ता तय करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
इस अवसर पर चार विदेशी विश्वविद्यालयों - ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी आफ ब्रिस्टल और ऑस्ट्रेलिया के वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, विक्टोरिया यूनिवर्सिटी और ला ट्रोब यूनिवर्सिटी - को भारत में अपने परिसर स्थापित करने के लिए आशय पत्र (एलओआई) प्रदान किया गया।
प्रधान ने बताया कि वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी (डब्ल्यूएसयू) ग्रेटर नोएडा में अपना परिसर स्थापित करेगी, विक्टोरिया यूनिवर्सिटी नोएडा में अपना परिसर स्थापित करेगी और ला ट्रोब यूनिवर्सिटी बेंगलुरु में अपना परिसर स्थापित करने वाली है। प्रधान ने बताया कि ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी मुंबई में अपना परिसर शुरू करने वाली है।
इस अवसर पर मौखिक पठन प्रवाह मूल्यांकन के लिए एक वेब-आधारित स्थानीय भाषा प्रवीणता परीक्षा तारा पोर्टल, भारतीय ज्ञान प्रणाली केंद्र और संस्कृत विश्वकोश शब्दकोश (आईकेएस-ईडी) और माई करियर एडवाइजर ऐप की शुरुआत की गयी।
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘तारा ऐप पोर्टल का उद्देश्य कक्षा तीन से आठ तक के छात्रों के बीच पठन की प्रवाह का आकलन करने और उसे बेहतर बनाने के लिए एक मजबूत मंच प्रदान करके शिक्षा प्रशासन में डेटा-संचालित निर्णय लेने को सक्षम बनाना है। यह संरचित शिक्षण, लक्षित सुधार और सीखने के परिणामों की निरंतर निगरानी का समर्थन करता है।’’
शिक्षा मंत्रालय ने 'माई करियर एडवाइजर ऐप' भी शुरू किया है। यह एक व्यापक, छात्र-केंद्रित डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है। वाधवानी फाउंडेशन और पीएसएससीआईवीई (एनसीईआरटी की एक घटक इकाई) के सहयोग से विकसित इस ऐप का उद्देश्य देश भर के स्कूली छात्रों को व्यक्तिगत करियर मार्गदर्शन प्रदान करना है।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के भारतीय ज्ञान प्रणाली केंद्र और संस्कृत विश्वकोश शब्दकोश (आईकेएस-ईडी) की स्थापना डेक्कन कॉलेज (डीयू) में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय और संस्कृत शब्दकोश परियोजना, डेक्कन कॉलेज, पुणे के संयुक्त प्रयासों से संस्कृत शब्दकोश परियोजना की निगरानी और आईकेएस विश्वकोश और क्रेडिट आधारित आईकेएस-स्वयं पाठ्यक्रमों के विकास के लिए मंत्रालय की मंजूरी के साथ की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों द्वारा एनईपी 2020 की प्रारूप समिति के अध्यक्ष पद्म विभूषण डॉ. के. कस्तूरीरंगन को उनके दूरदर्शी नेतृत्व और भारत के शिक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों में अग्रणी योगदान के लिए पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई।
भाषा अमित