भाजपा की बंगाल इकाई चुनाव से पहले फर्जी कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए डिजिटल अभियान शुरू करेगी
आशीष नरेश
- 04 Aug 2025, 05:29 PM
- Updated: 05:29 PM
कोलकाता, चार अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई जल्द ही अपने संगठनात्मक नेटवर्क के डिजिटल ऑडिट का दूसरा चरण शुरू करेगी। इसका उद्देश्य 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले "फर्जी" कार्यकर्ताओं को हटाना, बढ़ा-चढ़ाकर बताए गए आंकड़ों पर अंकुश लगाना और बूथ स्तर पर कड़ा नियंत्रण स्थापित करना है।
आंतरिक सत्यापन अभियान का उद्देश्य राज्य भर में भाजपा के बूथ-से-जिला संगठनात्मक स्तर तक तकनीक के आधार पर वास्तविकता की जांच करना है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि राज्य भर में लगभग 1.5 लाख पदाधिकारियों ने अपने फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र एक केंद्रीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर दिए हैं। यह प्रमाणित करने के लिए सत्यापन किया जा रहा है कि पार्टी के पदों पर आसीन लोग संबंधित क्षेत्रों में रहते हैं या नहीं और उनका प्रतिनिधित्व करते हैं या नहीं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "यह दिखावे की बात नहीं है। हम दशकों से चली आ रही संगठनात्मक कुप्रथा को ठीक कर रहे हैं। बंगाल भाजपा की दशकों पुरानी आदत है कि वह संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताती है। गुटबाजी करने वाले नेता अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए कार्यकर्ताओं की सूची बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं। अगर हम ममता बनर्जी को हराने के लिए गंभीर हैं तो यह सब बंद होना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "इसके अलावा, फ़र्ज़ी या निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को शामिल करने की प्रथा भी बंद होनी चाहिए।"
पार्टी का पहला चरण बूथ और मंडल स्तर के पदाधिकारियों की आवासीय और मतदाता सूची संबंधी प्रामाणिकता की पुष्टि पर केंद्रित था। यह चरण पहले ही पूरा हो चुका है।
संगठनात्मक स्तरों पर एक केंद्रीय लिंक प्रसारित किया गया, जिसमें प्रत्येक पदाधिकारी से सत्यापन के लिए अपने मतदाता पहचान पत्र की तस्वीर अपलोड करने को कहा गया।
भाजपा नेताओं के अनुसार, अपलोड किए गए आंकड़ों से महत्वपूर्ण विसंगतियां और फर्जी सूची का पता चला है, खासकर उन बूथ पर जहां पार्टी की उपस्थिति पारंपरिक रूप से कमजोर रही है।
अभियान का दूसरा चरण पांच अगस्त को एक प्रमुख प्रशिक्षण शिविर में मोबाइल ऐप की शुरुआत के साथ आरंभ होगा। केंद्रीय पर्यवेक्षक और राज्य के नेता प्रत्येक बूथ और मंडल स्तर के पदाधिकारी का वास्तविक समय पर सत्यापन करने के लिए ऐप का इस्तेमाल करेंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य समिक भट्टाचार्य ने आंतरिक प्रक्रियाओं पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "हम जमीनी स्तर से आने वाले आंकड़ों की पुष्टि के लिए भौतिक और डिजिटल दोनों तरह से सत्यापन करते हैं।"
भाषा आशीष